चियान विक्रम की 'थंगालान': शानदार प्रदर्शन कमजोर पटकथा के साथ
bhargav moparthi
bhargav moparthi

मैं भारतीय समाचारों का एक अनुभवी लेखक और विश्लेषक हूं। मैं उदयपुर में रहता हूँ और वर्तमान में एक प्रसिद्ध समाचार पत्रिका के लिए कार्यरत हूं। मेरा विशेष क्षेत्र राजनीतिक और सामाजिक मुद्दे हैं। मैं समाचार विश्लेषण प्रदान करने में माहिर हूँ और मुझे नई चुनौतियों का सामना करने में आनंद आता है।

13 टिप्पणि

  1. Vikramjeet Singh Vikramjeet Singh
    अगस्त 16, 2024 AT 02:55 पूर्वाह्न

    थंगालान में विक्रम की एक्टिंग जबरदस्त थी, लेकिन कहानी में थोड़ो झंझट है

  2. sunaina sapna sunaina sapna
    अगस्त 30, 2024 AT 09:40 पूर्वाह्न

    फ़िल्म 'थंगालान' ने सामाजिक अन्याय के पहलू को उजागर किया है। चियान विक्रम का शारीरिक परिवर्तन सराहनीय है और दर्शकों पर गहरा प्रभाव डालता है। हालांकि, पटकथा में विलंब और कई कथानक की अतिरेक देखी जा सकती है। तकनीकी रूप से सिनेमाटोग्राफी और संगीत ने फिल्म को औपचारिक रूप से मजबूती प्रदान की है। कुल मिलाकर, फिल्म में प्रयत्न सराहनीय हैं, परंतु कुछ सुधार की आवश्यकता निहित है।

  3. Ritesh Mehta Ritesh Mehta
    सितंबर 13, 2024 AT 07:00 पूर्वाह्न

    भले ही विक्रम की एक्टिंग टॉप लेवल है लेकिन कहानी बहुत ही ढीली है दर्शक एक जगह से दूसरी जगह जाने के बाद थक जाते हैं

  4. Dipankar Landage Dipankar Landage
    सितंबर 27, 2024 AT 04:20 पूर्वाह्न

    वाओ! थंगालान में वो पंच की तरह आते हैं, हर दृश्य में दम दिखाते हैं! लेकिन कहानी का गिरा हुआ ढांचा थोड़ा नुकसान कर रहा है। जब तक स्क्रीन पर ड्रामा चलता रहेगा, तब तक हम देखते रहेंगे। बस, एक बार फिर से एक्शन की लहर में डुबकी लगाओ!

  5. Vijay sahani Vijay sahani
    अक्तूबर 11, 2024 AT 01:40 पूर्वाह्न

    भाई लोगों, थंगालान ने तो सच्ची मार दिया! विक्रम की बॉडी ट्रांसफ़ॉर्मेशन देख कर लग रहा था जैसे सुपरहीरो ने जन्म लिया हो। संगीत और लाइटिंग दोनों ने जज्बा बढ़ा दिया! बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाने वाला तैयार है, लेकिन कथा में थोड़ा सुधार की जरूरत है। एनी लोग, चलो इस फिल्म को सराहें और साथ में चर्चा रखें!

  6. Pankaj Raut Pankaj Raut
    अक्तूबर 24, 2024 AT 23:00 अपराह्न

    bhai yeh film me action bht jyaada hai lekin story thodi loose lag rahi hai, aapko lagta hai ki director ne thoda sa focus miss kiya? c’mon, thoda detail pe bharosa karo, fir dekhna box office explode karega

  7. Rajesh Winter Rajesh Winter
    नवंबर 7, 2024 AT 20:20 अपराह्न

    bhai, thik hi kht Aap sab bol rhe ho, movie ka music waqayi mast tha, aur background bhi badiya tha
    overall, thoda script thoda tight ho skta tha, par enjoy hi kiya humne

  8. Archana Sharma Archana Sharma
    नवंबर 21, 2024 AT 17:40 अपराह्न

    thngalan ki story emotional thi 😢, par acting super thi!

  9. Vasumathi S Vasumathi S
    दिसंबर 5, 2024 AT 15:00 अपराह्न

    इतिहास को परदे पर प्रस्तुत करने की प्रक्रिया में कलाकारों को कई दायित्व प्राप्त होते हैं। चियान विक्रम ने जिस समर्पण के साथ अपने किरदार को अपनाया, वह प्रशंसनीय है। किन्तु, कथा की जटिलता दर्शकों के बुद्धि को उत्तेजित करने में अपूर्ण रह गई। फिल्म की दृश्यात्मक सुंदरता और संगीत ने भावनात्मक परत को सुदृढ़ किया। इस प्रकार, कला और कथा के संतुलन को पुनः विचार करने की आवश्यकता महसूस होती है।

  10. Anant Pratap Singh Chauhan Anant Pratap Singh Chauhan
    दिसंबर 19, 2024 AT 12:20 अपराह्न

    थंगालान में एक्शन काफ़ी बढ़िया है, लेकिन कहानी थोड़ा धीमा लग रहा है।

  11. Shailesh Jha Shailesh Jha
    जनवरी 2, 2025 AT 09:40 पूर्वाह्न

    फिल्म का ROI प्रोजेक्टेड हाई है, लेकिन KPI के हिसाब से narrative को optimize नहीं किया गया। इसलिए हमें इस content में structural revamp की जरूरत है, नहीं तो audience churn बढ़ेगा!

  12. harsh srivastava harsh srivastava
    जनवरी 16, 2025 AT 07:00 पूर्वाह्न

    विक्रम की फिजिकल ट्रांसफ़ॉर्मेशन वाक़ई कमाल है, लेकिन पटकथा में pacing सुधरनी चाहिए

  13. Praveen Sharma Praveen Sharma
    जनवरी 31, 2025 AT 08:06 पूर्वाह्न

    थंगालान की कहानी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में सेट की गई है। फिल्म में आदिवासी जीवन की संघर्ष को सजीव रूप में दिखाया गया है। चियान विक्रम ने अपने किरदार को रियलिस्टिक तरीके से अपनाया है। उनके शारीरिक परिवर्तन ने दर्शकों को चकित कर दिया। पर्दे पर उनके भाव-भंगिमा में गहराई झलकती है। लेकिन पटकथा में कई हिस्से अत्यधिक खींचे हुए प्रतीत होते हैं। कहानी का प्रवाह कभी तेज तो कभी बहुत धीमा लगता है। द्वितीयक पात्रों के विकास को पर्याप्त स्थान नहीं मिला है। फिल्म का संगीत माहौल को प्रभावशाली ढंग से स्थापित करता है। ए. किशोर की सिनेमेटोग्राफी ने दृश्य को आकर्षक बनाया है। कुछ दृश्य प्रभाव अपेक्षा से कम रहे हैं। दर्शकों को कहानी में पूरी तरह से डुबोने के लिए बेहतर लेखन की आवश्यकता है। समग्र रूप से, फिल्म में कई ताकतें हैं लेकिन सुधार की गुंजाइश भी मौजूद है। कहानी के मूल संदेश को समझाया गया है लेकिन प्रस्तुति में त्रुटियां दिखती हैं। फिल्म को देखते समय कई बार विचार करने को मजबूर कर देती है। अंत में कहा जाए तो थंगालान एक प्रयास है जो पूर्ण नहीं कहा जा सकता।

एक टिप्पणी लिखें