पायल कपाड़िया की 'ऑल वी इमाजिन ऐज़ लाइट' ने इतिहास रचते हुए पिछले 30 वर्षों में पहली भारतीय फिल्म बनकर कान फिल्म फेस्टिवल में पाल्मे डी'ओर के लिए प्रतिस्पर्धा किया है। मुंबई की रात में एकाकी प्रेम की कहानी कहते हुए इस फिल्म को अंतरराष्ट्रीय प्रशंसा प्राप्त हो रही है। विभिन्न समीक्षकों ने फिल्म की प्रशंसा करते हुए इसे सुंदर और दिल छू लेने वाला बताया है।