चुनाव आयोग क्या कर रहा है और आपके लिए क्यों मायने रखता है? यहाँ आपको चुनाव आयोग से जुड़ी ताज़ा खबरें, चुनाव कैलेंडर, वोटर रजिस्ट्रेशन और शिकायत करने के आसान तरीके मिलेंगे। हम ऐसे अपडेट लाते हैं जो सीधे आपकी मतदान प्रक्रिया और जानकारी को असर करते हैं।
चुनाव आयोग (ECI) चुनाव कराना, चुनावी नियम बनाना और मतदान की पारदर्शिता सुनिश्चित करना इसकी मुख्य जिम्मेदारियां हैं। वे वोटर सूची तैयार करते हैं, उम्मीदवारों की पात्रता देखते हैं, और चुनावी विज्ञापन व खर्च पर नियम लागू करते हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि कब सीटों पर मतदाता उम्मीदवारों के नाम पंजीकृत होते हैं या चुनाव की तारीखें घोषित होती हैं, तो चुनाव आयोग की आधिकारिक घोषणाएं सबसे भरोसेमंद स्रोत हैं।
ईवीएम/वीवीपैट, मॉडल कोड ऑफ कॉन्डक्ट और चुनावी खर्च की निगरानी जैसी चीज़ें भी आयोग की निगरानी में आती हैं। आयोग समय-समय पर नए निर्देश और सुधार भी जारी करता है — इन्हें समझना मतदाता के तौर पर आपके हक का हिस्सा है।
आप वोटर लिस्ट में नाम जोड़ना चाहते हैं या अपना पता बदलना चाहते हैं? सबसे आसान तरीका है: ECI की आधिकारिक वेबसाइट (eci.gov.in) या अपने राज्य के CEO पोर्टल पर ऑनलाइन फॉर्म भरना। हेल्पलाइन नंबर 1950 है जहाँ वोटर सेवाओं के बारे में जानकारी मिलती है।
मतदान के दिन क्या लेकर जाएं? अपने फोटोग्राफ वाला वोटर आईडी या कोई अन्य मान्य पहचान साथ रखें। यदि आपका नाम मतदाता सूची में नहीं है, तो चुनाव से पहले नाम जुड़वाने या आपातकालीन विकल्पों के लिए स्थानीय चुनाव कार्यालय से संपर्क करें।
अगर आपको चुनावी अनियमितता दिखे — जैसे दबाव, गड़बड़ी या मतदान केंद्र पर कोई दिक्कत — तो तुरंत आयोग की शिकायत सेवा में रिपोर्ट करें। आयोग के ऑनलाइन शिकायत पोर्टल और राज्य CEO कार्यालय तेज़ कार्रवाई के लिए बनाए गए हैं।
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अंत में, एक छोटा सुझाव: चुनावों से पहले आधिकारिक सूचनाएं और वोटर रजिस्ट्रेशन खुद चेक कर लें। अफवाहों पर भरोसा कम रखें और आधिकारिक सोर्स से ही जानकारी लें। इस टैग को फ़ॉलो करें ताकि चुनाव संबंधित हर अहम अपडेट आपको समय पर मिले।
चुनाव आयोग ने कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश को उनके दावों को समर्थन देने के लिए अतिरिक्त समय देने से इनकार कर दिया है कि गृह मंत्री अमित शाह ने 4 जून की वोट गिनती से पहले 150 जिला मजिस्ट्रेटों और कलेक्टरों को प्रभावित करने की कोशिश की थी। यह आर्डर देते हुए कि उनकी शिकायत का 'गंभीर असर और सीधा संबंध' है, रमेश को सोमवार शाम 7 बजे तक जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा गया।