डिहाइड्रेशन क्या है और क्यों सचेत रहें
कभी आप अचानक थकान, चक्कर या बहुत कम पेशाब महसूस करते हैं? ये डिहाइड्रेशन के सामान्य संकेत हो सकते हैं। डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी और नमक की कमी। गर्मी, ज्यादा पसीना, उल्टी-दस्त, बुखार या अनियंत्रित डायबिटीज़ जैसी स्थितियाँ इसे तेज़ी से बढ़ा सकती हैं। छोटा कदम न लें—छोटी सी कमी भी दिन भर की ताकत और दिमाग की तेज़ी घटा सकती है।
डिहाइड्रेशन के कारण और आसान पहचान
आसान भाषा में — जब शरीर जितना पानी खो रहा है, उतना नहीं मिल रहा। सामान्य कारण: तेज़ धूप में रहना, कड़े व्यायाम के बाद रीकवरी न लेना, पेट की बीमारियाँ (उल्टी/दस्त), बहुत ज़्यादा शराब या बुखार। बुज़ुर्ग और छोटे बच्चे जल्दी प्रभावित होते हैं क्योंकि उनका पानी का बैलेंस तेज़ बदलता है।
लक्षण पहचानने के संकेत नीचे हैं — ध्यान रखें:
- तेज़ प्यास या प्यास न लगना (बुढ़اپे में कभी-कभी प्यास कम महसूस होती है)
- गहरा या कम मात्रा में पेशाब
- सूखी होंठ और मुंह
- थकान, चक्कर, सिरदर्द
- त्वचा लोच कम होना (चोट के पास त्वचा तनी न हो)
- तेज़ या कमजोर नब्ज़, चिड़चिड़ापन, मतिभ्रम
तीव्र राहत और घर पर क्या करें
सबसे पहला काम: धीरे-धीरे पानी पियें। एक बार में बहुत ज़्यादा नहीं—छोटे घूंट लें। अगर उल्टी-दस्त हो तो पानी के साथ इलेक्ट्रोलाइट की ज़रूरत होती है। आप घर पर WHO-ऑरिएंटेड ORS बना सकते हैं: 1 लीटर साफ पानी + 6 चम्मच चीनी + 1/2 चम्मच नमक—धीरे-धीरे पिलाएं।
कुछ प्रैक्टिकल टिप्स जो तुरंत काम आएंगे:
- ठंडा पानी, लेकिन बहुत ठंडा नहीं—गर्मी में भी कमरे का तापमान बेहतर रहता है।
- नमकीन स्नैक्स या घी-मिलाए खाने से थोड़ी ऊर्जा और सोडियम मिलती है, पर अधिक तेल/मसाले से बचें।
- बच्चों को छोटी-छोटी मात्रा में बार-बार तरल दें—बड़े घूंट देने से उल्टी हो सकती है।
- व्यायाम के बाद इलेक्ट्रोलाइट पेय या नारियल पानी लें।
यदि आप गर्भवती हैं या दवा पर हैं, तो किसी भी घोल या औषधि से पहले डॉक्टर से बात करें।
कब डॉक्टर को दिखाएं? तुरंत मदद लें अगर:
- लगातार उल्टी या दस्त जिससे तरल नहीं टिकता,
- बेहोशी या भ्रम, तेज़ नब्ज़, बहुत कम पेशाब (या घंटों पेशाब न आना),
- बच्चे में सूखी डायपर/बहुत सुस्त होना, या बुज़ुर्ग बहुत कमजोर दिखें।
आखिरी बात: पानी को अपनी आदत बनाएं—छोटी बोतल साथ रखें, खासकर गर्मी में या वर्कआउट के बाद। खुद की और अपने घरवालों की निगरानी रखें—थोड़ी सावधानी बड़ी समस्या रोक सकती है।