जेईई (JEE) भारत में इंजीनियरिंग प्रवेश के लिए सबसे अहम परीक्षा है। इसमें मुख्य रूप से दो पड़ाव आते हैं: JEE Main और JEE Advanced। JEE Main का आयोजन NTA करती है और यह NIT/IIIT/GFTI सहित कई कॉलेजों में प्रवेश के लिए है। JEE Advanced केवल IIT में सीट के लिए होता है और इसके लिए JEE Main में अच्छा रैंक लाना जरूरी है।
आपको कब तैयारी शुरू करनी चाहिए? जितना जल्दी हो सके। 11वीं के सिलेबस से मजबूत पकड़ बनाना 12वीं के साल में बहुत मदद करता है। पर अगर समय कम है तो एक साफ़ योजना और नियमित mock practice से भी सफलता मिल सकती है।
आवेदन के सामान्य स्टेप्स आसान हैं: आधिकारिक वेबसाइट पर अकाउंट बनाना, फॉर्म भरना, आवश्यक दस्तावेज अपलोड करना और फीस जमा करना। जरूरी दस्तावेजों में 10वीं/12वीं की मार्कशीट, पहचान-पत्र और हालिया फोटोग्राफ शामिल होते हैं। पात्रता के लिए सामान्य शर्तें—12वीं उत्तीर्ण या समकक्ष परीक्षा और आयु/सीट-लिमिट संबंधित नियम। हर साल नियमों में बदलाव हो सकते हैं, इसलिए आधिकारिक नोटिफिकेशन जरूर चेक करें।
जेईई में तीन विषय—फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित—पर बल होता है। पेपर आम तौर पर MCQ और कुछ नॉन-टाइप प्रश्न होते हैं; पेपर की अवधि लगभग 3 घंटे प्रति शिफ्ट होती है। JEE Advanced में दो पेपर होते हैं और प्रश्न कठिनाई स्तर में बढ़ते हैं।
एग्जाम के नज़दीक सही स्ट्रेटेजी यही है—गंभीरता से मॉक सीरीज़, स्लीप शेड्यूल और कम तनाव। परीक्षा के दिन रणनीति तय रखें: पहले आसान प्रश्नों को हल करें, समय-खपत वाले प्रश्न बाद में।
काउंसलिंग: JEE Main/Advanced के बाद सीट एलोकेशन JoSAA/संबंधित निकाय के ज़रिए होती है। रैंक आने पर कॉलेज और ब्रांच की प्राथमिकताएं समझ कर भरें।
अंत में—सही दिशा, रोज़ाना अभ्यास और स्मार्ट मॉक प्रैक्टिस से सफलता मिलती है। नियम और डेट्स के लिए हमेशा आधिकारिक वेबसाइट देखें और अपने प्लान को समय-समय पर अपडेट रखें। शुभकामनाएँ!
IIT कानपुर ने JEE एडवांस परीक्षा के लिए तीन प्रयास सीमा के अपने निर्णय को वापस ले लिया है। यह कदम जेईई परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए एक बड़ी राहत के रूप में आया है। आईआईटी द्वारा लिए गए इस निर्णय के बाद, छात्रों को अब पहले की तरह ही लगातार वर्षों में दो बार परीक्षा देने का मौका मिलेगा।