IIT कानपुर का JEE एडवांस परीक्षा के लिए प्रयास सीमा निर्णय में बदलाव
bhargav moparthi
bhargav moparthi

मैं भारतीय समाचारों का एक अनुभवी लेखक और विश्लेषक हूं। मैं उदयपुर में रहता हूँ और वर्तमान में एक प्रसिद्ध समाचार पत्रिका के लिए कार्यरत हूं। मेरा विशेष क्षेत्र राजनीतिक और सामाजिक मुद्दे हैं। मैं समाचार विश्लेषण प्रदान करने में माहिर हूँ और मुझे नई चुनौतियों का सामना करने में आनंद आता है।

12 टिप्पणि

  1. harsh srivastava harsh srivastava
    नवंबर 19, 2024 AT 20:44 अपराह्न

    नियम फिर से दो‑बार की अनुमति पर वापस आना एक समझदार कदम है। इससे छात्रों को दबाव कम होता है और पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।

  2. Praveen Sharma Praveen Sharma
    नवंबर 24, 2024 AT 12:20 अपराह्न

    बिल्कुल सही कहा आपने यह सीमा छात्रों को निरंतर मेहनत करने के लिए प्रेरित करती है। दो बार की मौका संभाल कर अधिक योजना बनानी चाहिए।

  3. deepak pal deepak pal
    नवंबर 29, 2024 AT 03:55 पूर्वाह्न

    देखते रहो 😊

  4. KRISHAN PAL YADAV KRISHAN PAL YADAV
    दिसंबर 3, 2024 AT 19:30 अपराह्न

    जैसे कि एंट्रेंस ड्रिल, टाइम मैनेजमेंट मॉड्यूल और सिमुलेटेड टेस्ट पैटर्न, दो बार की कोशिश से इन सबको इंटीग्रेट करना आसान होता है।

  5. ಹರೀಶ್ ಗೌಡ ಗುಬ್ಬಿ ಹರೀಶ್ ಗೌಡ ಗುಬ್ಬಿ
    दिसंबर 8, 2024 AT 11:05 पूर्वाह्न

    मैं समझता हूँ कि दो‑बार की अनुमति से कुछ लोग कमज़ोर हो जाते हैं, पर असली खेल तो तैयारी में है।

  6. chandu ravi chandu ravi
    दिसंबर 13, 2024 AT 02:40 पूर्वाह्न

    😭 इतना स्ट्रेस्स नहीं चाहिए बस एक मौका चाहिए और हम अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे 😭

  7. Neeraj Tewari Neeraj Tewari
    दिसंबर 17, 2024 AT 18:15 अपराह्न

    इस फैसले ने कई छात्रों के दिलों में आशा की लहर दौड़ा दी है
    दो बार की कोशिश का मतलब यह नहीं कि पहली बार में कमज़ोर रहें
    बल्कि यह एक रणनीतिक अवसर है अपनी तैयारी को रीफ़्रेश करने का
    कई बार शुरुआती बार में तकनीकी गलतियां सामने आती हैं
    वही गलतियां अगले प्रयास में सुधारी जा सकती हैं
    निरंतर अभ्यास और टाइम टेबल की पॉलिश से स्कोर में उल्लेखनीय सुधार दिखता है
    यह भी ध्यान रखना चाहिए कि केवल दो बार नहीं बल्कि सही दिशा में मेहनत करना महत्वपूर्ण है
    कोचिंग सेंटरों का दबाव वास्तव में छात्रों को अधिक तनाव देता है
    अब जब सीमा वापस हुई है तो वो भी आराम से अपने प्लान को लागू कर सकते हैं
    व्यक्तिगत रूप से मैं सुझाव दूँगा कि एक बूस्ट मॉड्यूल तैयार करें
    जिसमें पिछली बार की कमजोरियों को टारगेट किया जाए
    साथ ही मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना आवश्यक है
    परीक्षा की तैयारी सिर्फ एडवांस प्रश्नपत्र नहीं, बल्कि आत्म-विश्वास भी बनाता है
    इसलिए इस नई नीति को उपयोगी मानें और अपना सर्वश्रेष्ठ दें
    अंत में याद रखिए कि सफलता की कुंजी निरंतरता और सकारात्मक सोच है

  8. Aman Jha Aman Jha
    दिसंबर 22, 2024 AT 09:50 पूर्वाह्न

    बिलकुल सहमत हूँ आपका विचार बहुत समझदारी से लिखा है, थोड़ा और प्लान डालें तो बेहतरीन रहेगा।

  9. Mahima Rathi Mahima Rathi
    दिसंबर 27, 2024 AT 01:25 पूर्वाह्न

    हम्म, ये बदलाव शायद सिर्फ प्रबंधन का दिखावा है, असली मदद तो नहीं मिली। 😒

  10. Jinky Gadores Jinky Gadores
    दिसंबर 31, 2024 AT 17:01 अपराह्न

    🙁 बहुत सारा दिखावा है इस फैसले में, असली कठिनाई तो अभी बाकी है।

  11. Vishal Raj Vishal Raj
    जनवरी 5, 2025 AT 08:36 पूर्वाह्न

    जानकारी के मुताबिक, पिछले साल के आँकड़े दिखाते हैं कि दो‑बार की अनुमति से औसत स्कोर में 5% तक बढ़ोतरी हुई है।

  12. Kailash Sharma Kailash Sharma
    जनवरी 10, 2025 AT 00:11 पूर्वाह्न

    तो फिर अब सबको अपनी तैयारी में धूम मचानी चाहिए, और देर मत करो!

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