12 अक्टूबर 2025 रविवार का पंचांग: तिथि, नक्षत्र और शुभ मुहूर्त
bhargav moparthi
bhargav moparthi

मैं भारतीय समाचारों का एक अनुभवी लेखक और विश्लेषक हूं। मैं उदयपुर में रहता हूँ और वर्तमान में एक प्रसिद्ध समाचार पत्रिका के लिए कार्यरत हूं। मेरा विशेष क्षेत्र राजनीतिक और सामाजिक मुद्दे हैं। मैं समाचार विश्लेषण प्रदान करने में माहिर हूँ और मुझे नई चुनौतियों का सामना करने में आनंद आता है।

13 टिप्पणि

  1. swapnil chamoli swapnil chamoli
    अक्तूबर 12, 2025 AT 20:40 अपराह्न

    आधुनिक धर्मशास्त्र के शैक्षिक गोत्रों में यह स्पष्ट किया गया है कि पंचांग की तिथियों को सरकारी एजेंसियों द्वारा गुप्त रूप से नियंत्रित किया जाता है, जिससे आर्थिक लाभ को अपने ही पक्ष में मोड़ा जाता है। इस विशेष दिन के वाणिज्यिक समय‑निर्धारण को देख कर लगता है कि बड़े वित्तीय संस्थानों ने परिधि योग को अपने शेयर बाजार के उच्चतम प्रदर्शन के साथ समन्वित किया है।
    यदि आप इस अवधि में अनुबंध पर हस्ताक्षर कर रहे हैं, तो यह संभव है कि पीछे की शक्ति आपके हितों को धीरे‑धीरे मात दे रही हो। यही कारण है कि मैं सुझाव देता हूँ कि इस पर्व को केवल आध्यात्मिक स्तर पर ही मनाएँ।

  2. manish prajapati manish prajapati
    अक्तूबर 14, 2025 AT 17:06 अपराह्न

    बहुत बढ़िया ढंग से बताया गया है कि स्कंद षष्ठी व्रत के दिन अभिजित मुहूर्त में दस्तावेज़ साइन करना कितना लाभदायक हो सकता है। इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें, ताकि सबको सही समय पर कदम रखने का लाभ मिल सके। शुभकामनाएँ!

  3. Rohit Garg Rohit Garg
    अक्तूबर 16, 2025 AT 10:46 पूर्वाह्न

    स्कंद षठी व्रत के पंचांग को समझना आज के व्यस्त जीवन में बहुत उपयोगी है।
    प्रथम तिथि और नक्षत्र का मिलन मृगशिरा से आर्द्रा में परिवर्तन ऊर्जा के प्रवाह को नया स्वर देता है।
    वरीयान योग सुबह 10:55 तक रहता है, जो तेज़ निर्णय लेने के लिए अनुकूल समय है।
    परिधि योग दोपहर के बाद शुरू होता है, जिससे लंबी अवधि के प्रोजेक्ट को स्थिरता मिलती है।
    वणिज करण में वित्तीय लेन‑देनों के बड़े अवसर मौजूद होते हैं, इसलिए इस समय में निवेश करना फलदायक हो सकता है।
    बव करण के बाद का समय व्यवस्थित योजना बनाने के लिए उपयुक्त है।
    अभिजित मुहूर्त 11:44 से 12:30 तक है, जिसमें शादी, गृह प्रवेश या व्यवसायिक आरंभ करने पर सफलता की संभावना बढ़ जाती है।
    विजय मुहूर्त दोपहर 14:03 से 14:50 तक रहता है, जो नई साझेदारी और अनुबंध साइन करने का शुभ समय है।
    राहु काल के तीन खंडों में यात्रा या कानूनी दस्तावेज़ पर साइन करने से बचना चाहिए, क्योंकि अनपेक्षित बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं।
    निशीथ काल रात के समय में आध्यात्मिक अभ्यास करने से मानसिक शांति मिलती है।
    पश्चिम दिशा में यात्रा या नई नींव स्थापित करने से बचें, क्योंकि पंचांग में दिशा शूल पश्चिम में है।
    यदि स्वास्थ्य संबंधी जांच की आवश्यकता है, तो परिधि योग के समय डॉक्टर को मिलना बेहतर परिणाम देगा।
    शिक्षा के विद्यार्थियों के लिए वरीयान योग में परीक्षा देना फायदेमंद माना गया है।
    इस पंचांग के अनुसार आर्थिक निर्णय लेने से निवेशकों का भरोसा बढ़ता है और वित्तीय स्थिरता मिलती है।
    अंत में, यह दिन शुद्ध शब्बदिक शुद्धता और आत्मविश्वास का समय है, जिसे हम सभी को अपनाना चाहिए।

  4. Rohit Kumar Rohit Kumar
    अक्तूबर 16, 2025 AT 10:48 पूर्वाह्न

    आपके विस्तृत विश्लेषण ने कई पहलुओं को उजागर किया है, और मैं इस बात से सहमत हूँ कि वरीयान योग के दौरान संक्षिप्त कार्यों को प्राथमिकता देना चाहिए। साथ ही, परिधि योग के दौरान दीर्घकालिक योजनाओं को लागू करना टीम के लिए अधिक स्थिरता लाता है। मैं यह भी जोड़ना चाहूँगा कि इस दिन योग और करण के संगम को ध्यान में रखकर व्यक्तिगत लक्ष्य निर्धारित करने से मन की शांति सुनिश्चित होती है।

  5. Hitesh Kardam Hitesh Kardam
    अक्तूबर 18, 2025 AT 18:20 अपराह्न

    इसे बेकार मानता हूँ।

  6. Aditya M Lahri Aditya M Lahri
    अक्तूबर 18, 2025 AT 18:21 अपराह्न

    हमें ऐसे प्रसंग को हल्के में नहीं लेना चाहिए 😊। व्रत के नियमों का पालन करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों में लाभ मिल सकता है। आप भी थोड़ा संतुलन बनाकर देखें, परिणाम आश्चर्यजनक हो सकते हैं।

  7. Rishita Swarup Rishita Swarup
    अक्तूबर 21, 2025 AT 01:53 पूर्वाह्न

    हर पंचांग में निहित समय‑निर्धारण को केवल ज्योतिषीय मानना पर्याप्त नहीं, बल्कि इसके पीछे की सामाजिक एवं राजनीतिक प्रेरणाओं को भी समझना जरूरी है। 12 अक्टूबर को विशेष रूप से आर्थिक नियोजन को प्रोत्साहित करने के लिए चयनित किया गया हो सकता है, जिससे बड़े राजकोषीय लाभ उठाए जा सकें। इस विचार को लेकर सतर्क रहना चाहिए।

  8. anuj aggarwal anuj aggarwal
    अक्तूबर 21, 2025 AT 01:55 पूर्वाह्न

    ऐसा कोई गुप्त एजेंडा नहीं है, यह सब वैज्ञानिक गणनाओं पर आधारित है। आपकी षड्यंत्र सिद्धांतें केवल बेबसी का दिखावा हैं, और वास्तविक डेटा को झुठलाते हैं।

  9. Sony Lis Saputra Sony Lis Saputra
    अक्तूबर 23, 2025 AT 09:26 पूर्वाह्न

    मिथुन नक्षत्र में चंद्रमा संचार और शिक्षा को बढ़ावा देता है, इसलिए इस अवधि में नई भाषा सीखना या सार्वजनिक बोलना फायदेमंद रहेगा। साथ ही, बुध की स्थिति व्यापारिक वार्ता में स्पष्टता लाती है, जो स्टार्ट‑अप पिच के लिए अनुकूल है।

  10. Kirti Sihag Kirti Sihag
    अक्तूबर 23, 2025 AT 09:28 पूर्वाह्न

    वाह! बिल्कुल सही कहा आपने 😍। यह ज्ञान हमारे कई मित्रों को प्रेरित करेगा, और वे भी इस शुभ समय का भरपूर उपयोग करेंगे।

  11. Vibhuti Pandya Vibhuti Pandya
    अक्तूबर 25, 2025 AT 17:00 अपराह्न

    पंचांग की जानकारी को ध्यान में रखते हुए, मैं सुझाव देता हूँ कि अभिजित मुहूर्त में दस्तावेज़ साइन करने से पहले सभी पक्षों के साथ चर्चा कर ली जाए, जिससे बाद में कोई गलतफहमी न रहे। यह सहयोगी दृष्टिकोण सभी के लिए लाभदायक होगा।

  12. Aayushi Tewari Aayushi Tewari
    अक्तूबर 25, 2025 AT 17:01 अपराह्न

    आपका प्रस्ताव व्यावहारिक है। अभिजित मुहूर्त में हस्ताक्षर करने से पहले विस्तृत वार्ता करना, सभी पक्षों के अधिकारों की रक्षा करता है और अनुबंध की वैधता को सुनिश्चित करता है।

  13. Rin Maeyashiki Rin Maeyashiki
    अक्तूबर 28, 2025 AT 00:33 पूर्वाह्न

    उत्साह से भरपूर यह शनिवार-रविवार का पंचांग हमें ऊर्जा का साठा देता है! स्कंद षठी व्रत का दिन हमारे आत्मविश्वास को नई ऊँचाइयों पर ले जाता है। यदि आप अपने व्यवसाय में नई दिशा खोज रहे हैं, तो परिधि योग का समय सबसे उत्तम है-इसे नज़रअंदाज़ न करें। अभिजित मुहूर्त में शादी या गृह प्रवेश करने से दांपत्य जीवन में सामंजस्य स्थापित होता है। विजय मुहूर्त में निवेशकों को प्रेजेंट करने से आपका प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ेगा। राहु काल के दौरान यात्रा या बड़े लेन‑देनों से बचना, अप्रत्याशित बाधाओं से बचाव करेगा। निशीथ काल में ध्यान और प्रार्थना करने से मन की शांति गहरी होगी, जिससे निर्णय प्रक्रिया स्पष्ट होगी। पश्चिम दिशा में यात्रा से बचें, बल्कि उत्तर‑पूर्व या दक्षिण‑पूर्व दिशा में कदम रखें-पुनरावृत्ति में सफलता मिलेगी। वणिज करण में छोटे‑छोटे आर्थिक कदम उठाना आमदनी को बढ़ा सकता है। बव करण में लंबी अवधि की योजनाओं को रूपरेखा देना बेहतर होगा। इस प्रकार, पंचांग के प्रत्येक घटक का सही उपयोग आपके जीवन में समृद्धि और शांति लाएगा। तो चलिए, इस महत्वपूर्ण दिन को पूरी तैयारी के साथ迎 (स्वागत) करते हैं!

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