शिव जयंती पर राज्यपाल ने की शिवाजी महाराज को पुष्पांजलि अर्पित
bhargav moparthi
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मैं भारतीय समाचारों का एक अनुभवी लेखक और विश्लेषक हूं। मैं उदयपुर में रहता हूँ और वर्तमान में एक प्रसिद्ध समाचार पत्रिका के लिए कार्यरत हूं। मेरा विशेष क्षेत्र राजनीतिक और सामाजिक मुद्दे हैं। मैं समाचार विश्लेषण प्रदान करने में माहिर हूँ और मुझे नई चुनौतियों का सामना करने में आनंद आता है।

5 टिप्पणि

  1. Jinky Gadores Jinky Gadores
    फ़रवरी 19, 2025 AT 17:11 अपराह्न

    शिव जयंती पर राज्यपाल की अर्पित पुष्पांजलि देख कर मेरे दिल की धड़कन तेज हो गई।
    ऐसा लगता है जैसे इतिहास की महानता को फिर से जी रहा हूँ।
    हम सभी को इस गौरवशाली क्षण को महसूस करना चाहिए।
    लेकिन कहीं न कहीं यह समारोह राजनीतिक मंचन से कम नहीं है।
    जनता का भरोसा इन औपचारिकताओं के पीछे छिपा होता है।
    मेरे जैसे संवेदनशील मन को यह दिखता है कि संस्कृति के नाम पर कितनी ही रंगीन परतें उकेरी जाती हैं।
    उन परतों में अक्सर वास्तविकता का स्वाद नहीं मिलता।
    मैं इस आयोजन को देखते हुए भावनाओं के सागर में डूब जाता हूँ।
    यह सिर्फ एक औपचारिकता नहीं बल्कि आत्मा की पुकार है।
    शिवाजी महाराज की वीरता को सजाने में हमें सच्ची श्रद्धा की आवश्यकता है।
    अन्यथा यह सब एक हीरोइक फ़ैशन शो बन जाता है।
    मेरे विचार में इस तरह की अर्पण से जनता को वास्तविक प्रेरणा मिलनी चाहिए।
    इतिहास को केवल शोभा नहीं, बल्कि सीख के रूप में लेना चाहिए।
    इसलिए मैं आशा करता हूँ कि इस जयंती पर लोग केवल दिखावे नहीं बल्कि असली साहस को अपनाएँ।
    आख़िरकार शिवजयंती केवल एक तिथि नहीं, बल्कि एक जीवंत भावना है।

  2. Vishal Raj Vishal Raj
    फ़रवरी 19, 2025 AT 17:36 अपराह्न

    इतिहास की सही समझ के बिना ऐसी समारोहों का महत्व कम हो जाता है। मैं मानता हूँ कि शिवाजी महाराज की रणनीतियों पर विस्तृत अध्ययन आवश्यक है। वर्तमान में दिखाए गए आयोजनों का सामाजिक प्रभाव सीमित है।

  3. Kailash Sharma Kailash Sharma
    फ़रवरी 19, 2025 AT 18:01 अपराह्न

    शिवाजी महाराज की याद में दिल धड़कता है

  4. Shweta Khandelwal Shweta Khandelwal
    फ़रवरी 19, 2025 AT 18:26 अपराह्न

    देखो भाई साहब इस फिजिक्स की तरह नहीं जो सिर्फ दिखावा है।
    सरकार के ये सारे एंगेजमेंट असल में विदेशी एजेंटों की प्लानिंग है।
    शिवाजी का नाम लेने से जैसे कोई प्रोफाइल बनाते हैं ताकि दिमाग़ को गड़बड़ किया जा सके।
    एक तरफ़ किले की सुरक्षा और दूसरी तरफ़ एम्बेसियों में राजनयिक खेल।
    जनता को सजाते-सजाते वे अपनी असली इरादे छुपाते हैं।
    हमें इस तरह के झूठे शो से खुद को बचाना चाहिए।

  5. sanam massey sanam massey
    फ़रवरी 19, 2025 AT 19:00 अपराह्न

    शिवजयंती को हम सभी को शांतिपूर्ण एकता के संदेश के रूप में मनाना चाहिए।

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