अभिजित मुहूर्त – सभी पहलुओं का विस्तृत परिचय

जब बात अभिजित मुहूर्त की आती है, तो यह वह ज्योतिषीय समय है जो धार्मिक, आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों में सफलता की संभावनाए बढ़ाता है. इसे कभी‑कभी ज्योतिषीय समय भी कहा जाता है। पंचांग इस मुहूर्त की गणना के लिये मुख्य साधन है; बिना पंचांग के सही समय तय करना मुश्किल हो जाता है. इसी तरह, धर्मिक त्यौहार अक्सर अभिजित मुहूर्त पर ही शुरू होते हैं, क्योंकि लोग मानते हैं कि शुभ समय में ही पूजा‑पाठ और फेस्टिवल का आयोजन सबसे लाभकारी रहता है. इसके अलावा, वित्तीय निर्णय जैसे शेयर ट्रेडिंग, भूमि लेन‑देन और बड़े निवेश अक्सर अभिजित मुहूर्त के अनुसार किए जाते हैं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि शुभ समय में जोखिम कम रहता है. अंत में, खेल आयोजन जैसे क्रिकेट या कबड्डी मैचों की शुरुआत भी अक्सर मुहूर्त‑अनुसार तय की जाती है, ताकि खिलाड़ी और दर्शक दोनों को शुभ ऊर्जा मिले. इस प्रकार, अभिजित मुहूर्त धार्मिक, आर्थिक और खेल‑सम्बंधी सभी क्षेत्रों को जोड़ता है, और यह तीन प्रमुख संबंध —

  • अभिजित मुहूर्त समावेश करता है पंचांग द्वारा निर्धारित तिथियों को,
  • अभिजित मुहूर्त आवश्यक बनाता है धर्मिक त्यौहारों की सही समय‑संकल्पना को,
  • अभिजित मुहूर्त प्रभावित करता है वित्तीय निर्णयों की सफलता को.
इन सिद्धांतों को समझने से आप अपने दैनिक जीवन में सही समय चुनने में मदद पा सकते हैं.

अब बात करते हैं कि यह जानकारी आपके लिए कैसे उपयोगी है। कई लोगों को पता नहीं होता कि कौन-से त्यौहार कब शुरू करना चाहिए; अतीत में Ahoi Ashtami, करवा चौथ और सौर ग्रहण के मुहूर्त को सही ढंग से देखना चाहा गया है। हमारी कवरेज में ऐसे सबसे ताज़ा पंचांग डेटा, राष्ट्रीय वार्षिक कैलेंडर और प्रमुख घटनाओं के लिए विशेषज्ञ सुझाव शामिल हैं। उदाहरण के लिये, यदि आप IPO में निवेश करना चाहते हैं, तो अभिजित मुहूर्त के अनुसार टोकन बिडिंग का समय चुनना बेहतर रिटर्न देता है, जैसा कि टाटा कैपिटल या LG इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी बड़े ऑफ़र में देखा गया है। इसी तरह, खेल प्रेमियों को पता चलता है कि कब‑कैसे कब्सली सात‑सुत्री (Spin‑Friendly) पिच पर मैच शुरू होना चाहिए, जिससे टीम की जीत की संभावनाएं बढ़ती हैं। वित्तीय क्षेत्रों में, कंपनी की क्यू2 परिणाम घोषणा या बोनस वितरण का समय अभिजित मुहूर्त पर रखने से शेयरधारकों का विश्वास बढ़ता है, जैसे टीसीएस ने किया। यही कारण है कि हम हर लेख में मुहूर्त के साथ‑साथ वह कारण भी बताते हैं कि वह क्यों मायने रखता है।

आपको अब इस पेज के नीचे कई लेख मिलेंगे जो अलग‑-अलग अवसरों के लिये अभिजित मुहूर्त की जानकारी देते हैं—त्योहार, खेल इवेंट, शेयर मार्केट, और दैनिक जीवन की छोटी‑छोटी decisions। पढ़ते‑पढ़ते आप देखेंगे कि कैसे सही समय के चयन से आपके कार्य आसान और सफल बनते हैं। चलिए, अब नीचे सूचीबद्ध लेखों में डुबकी लगाते हैं और प्रत्येक अवसर के लिये मुहूर्त कैसे निर्धारित किया गया, उसका विस्तृत विवरण देखते हैं।

12 अक्टूबर 2025 रविवार का पंचांग: तिथि, नक्षत्र और शुभ मुहूर्त 12 अक्तूबर 2025

12 अक्टूबर 2025 रविवार का पंचांग: तिथि, नक्षत्र और शुभ मुहूर्त

12 अक्टूबर 2025 रविवार को कार्तिक मास की षष्ठी तिथि, मृगशिरा नक्षत्र, अभिजित व विजय मुहूर्त सहित स्कंद षष्ठी व्रत और सूर्यदेव पूजन का विस्तृत पंचांग।

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