क्या आप बिजली के बिल काटना चाहते हैं और स्वच्छ ऊर्जा अपनाना चाहते हैं? सोलर एनर्जी अभी सबसे व्यवहारिक रास्ता है। नीचे सीधे, काम के लायक कदम दिए हैं ताकि आप बिना भ्रम के निर्णय ले सकें।
सबसे पहले देखें आपका महीने का औसत बिजली बिल और रोज़ाना की खपत (यूनिट में)। उदाहरण के लिए, 3 kW रूफटॉप सोलर सिस्टम रोज़ाना लगभग 10–14 kWh दे सकता है (स्थान और मौसम पर निर्भर)। अगर आपकी खपत 300–400 यूनिट प्रति माह है तो 3 kW सिस्टम अच्छी शुरुआत है।
लागत: रेट बदलते रहते हैं, पर बिना बैटरी के 3 kW सिस्टम आमतौर पर ₹1.2–1.8 लाख के बीच आता है। बैटरी जोड़ने पर कुल लागत काफी बढ़ जाती है (लिथियम बैटरी लाखों में)। इसलिए पहले नेट-मीटरिंग वाले ग्रिड-कनेक्टेड सिस्टम पर विचार करें।
इंस्टॉलेशन का प्रोसेस सरल है: 1) मान्य विक्रेता चुनें, 2) साइट सर्वे कराएँ, 3) बिजली विभाग के साथ नेट-मीटरिंग के लिए आवेदन करें, 4) पैनल व इन्वर्टर लगवाएँ, 5) फाइनल इंस्पेक्शन और मीटर कनेक्ट। नेट-मीटरिंग से आप दिन में अतिरिक्त बिजली ग्रिड में भेजकर क्रेडिट ले सकते हैं, जो बिल कम करता है।
सरकारी सब्सिडी और योजनाएँ राज्य-वार अलग होती हैं। कई राज्यों में व्यापारिक और सरकारी संस्थाओं के लिए सेंट्रल/स्टेट स्कीम्स उपलब्ध रहती हैं — डिस्कॉम से जानकारी लें या इंस्टॉलर से पुष्टि कराएँ।
पैनल चुनते वक्त मॉनोक्रीस्टलाइन (mono) पैनल आमतौर पर ज़्यादा एफिशिएंट होते हैं; वारंटी की बात करें तो पैनल पर 25 साल की पावर वारंटी और 10–12 साल के उत्पाद वारंटी सामान्य है। इन्वर्टर/स्टोरेज की वारंटी 5–10 साल होती है।
रख-रखाव आसान है: साल में 1–2 बार पैनल साफ करें, छायादार पेड़ों की कटाई रखें, और सिस्टम मॉनिटरिंग मोबाइल ऐप से देखें। यदि पैनल पर पत्ते या परत जम जाए तो उत्पादन गिरता है। छोटे-छोटे चेक पर ध्यान दें — रेट्रोफिट या केबल ढीला न हो, कनेक्शन नियमित टिके रहें।
रिटर्न टाइम (Payback): लोकेशन और बिजली दर के हिसाब से 3–7 साल का औसत दिखता है। हाई टैरिफ एरिया में रिटर्न जल्दी मिल सकता है। उदाहरण के लिए, 3 kW सिस्टम से सालाना बचत ~₹30,000–45,000 हो सकती है (यूनिट रेट पर निर्भर)।
किस इंस्टॉलर को चुनें: स्थानीय प्रतिष्ठित फर्म चुनें, ग्राहक रिव्यू पढ़ें, सर्टिफिकेशन (MNRE/IES/ISO) और इंस्टालेशन के बाद सर्विस सपोर्ट सुनिश्चित करें। लिखित कॉन्ट्रैक्ट में वारंटी, प्रदर्शन गारंटी और भुगतान शर्तें स्पष्ट रखें।
अंत में: छोटे से शुरू करें, सही सर्वे और नेट-मीटरिंग कागजी कार्रवाई कराएँ, और पैनल की गुणवत्ता व वारंटी पर फ़ोकस रखें। सोलर एनर्जी अपनाना आसान है — बस सही जानकारी और भरोसेमंद इंस्टॉलर चाहिए।
सहज सोलर लिमिटेड का आईपीओ 11 जुलाई, 2024 को जनता के लिए खुल गया है। आईपीओ का लक्ष्य 52.56 करोड़ रुपये जोड़ना है और इसका मूल्य बैंड 171 से 180 रुपये प्रति शेयर रखा गया है। सहाज सोलर का आईपीओ 19 जुलाई, 2024 को एनएसई एसएमई पर सूचीबद्ध होने जा रहा है।