क्या आप अमृतसर में स्वर्ण मंदिर जाने की सोच रहे हैं? सही जगह पर हैं। यहां मैं सीधे और उपयोगी बातें बताऊँगा — कैसे पहुँचें, क्या नियम हैं, लंगर कैसे मिलता है और कौन सा समय सबसे अच्छा रहेगा। हर शब्द काम का है, कोई फालतू बात नहीं।
स्वर्ण मंदिर का प्रवेश मुफ्त है और यह 24 घंटे खुला रहता है। सुरक्षा जांच और बैग चेक होता है, इसलिए बड़े बैग होटल में छोड़ दें। सिर ढकना अनिवार्य है—स्कार्फ या रुमाल साथ रखें। जूते उतारकर ही परिसर में जाएँ और जूते के लिए कैशियर्ड रैक मिल जाते हैं। नोट: अमृत सरोवर में नहाना सिर्फ धार्मिक प्रसार में है, पर्यटक सामान्यतः स्नान नहीं करते।
फोटोग्राफी बाहर के हिस्सों में सामान्यतः अनुमति है, पर मुख्य दरबार साहिब में मौन और सम्मान बनाए रखें—कभी-कभी फोटो या वीडियो पर रोक लग सकती है। मोबाइल पर रिंग बंद रखें और पूजा के समय उजागर व्यवहार न करें। बच्चों को साथ लाएँ तो उन्हें शांत रहने के लिए समझा लें।
हवाई जहाज से: श्री गुरु राम दास एयरपोर्ट से टैक्सी/ऑटो 20–30 मिनट। ट्रेन: अमृतसर जंक्शन से टैक्सी 10 मिनट। सड़क से: शहर के किसी भी हिस्से से ऑटो या साइकिल रिक्शा सस्ता और उपलब्ध रहता है।
सबसे अच्छा समय: सुबह जल्दी (सुबह के 5-8) और शाम को आरती के समय। सुबह की शांति और शाम की रोशनी दोनों अलग अनुभव देती हैं। भीड़ से बचना हो तो वीकडेज़ की सुबह चुनें; त्योहारों पर धक्का-मुखा बहुत रहता है लेकिन रात की रौशनी देखने लायक होती है—बड़ी भीड़ के लिए तैयार रहें।
लंगर: हर समय खुला रहता है और मुफ्त है। लंगर हॉल में बैठकर जमीन पर ही खाना परोसा जाता है। स्वच्छता रखें और क़ायदे से खाना लें। खाना बहुत सादा और साफ बनता है—अगर आप वर्जित खाने पर हैं तो पहले जान लें कि क्या परोसा जा रहा है।
रहना: पास में कई होटल, गेस्टहाउस और धर्मशाला मिलेंगी। गु़रुद्वारा की सराय में सीमित कमरे मुफ्त/अल्पशुल्क होते हैं—पहुँचकर पूछें या पहले संपर्क कर लें। बाजार और खाने-पीने की जगहें भी मंदिर के आसपास हैं, पर रात को सुरक्षा पर ध्यान दें।
निरीक्षण और सम्मान: मंदिर परिसर में धूम्रपान, शराब और जोर-जुलूस वाचक व्यवहार मना है। सिक्योरिटी चेक के बाद ही प्रमुख प्रवेश मिलता है। बुजुर्ग और विकलांग यात्रियों के लिए रैम्प और सहायता मिलती है, फिर भी खुद से मदद की व्यवस्था कर लें।
छोटी चेकलिस्ट: सिर ढकें, जूते उतारें, बड़े बैग न लाएँ, पानी की बोतल रखें, सुबह/शाम का समय चुनें, लंगर में बैठने के लिए आरामदायक कपड़े पहनें। अगर आप पहले बार जा रहे हैं तो ये 6 नियम याद रखें — यात्रा आरामदायक और सम्मानजनक बनेगी।
स्वर्ण मंदिर सिर्फ इमारत नहीं, एक अनुभव है—शांतिपूर्ण, पर व्यस्त भी। सही तैयारी से यह यात्रा यादगार बन सकती है।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने फैशन डिजाइनर और लाइफस्टाइल इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। मकवाना ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर स्वर्ण मंदिर में योग करते हुए अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की थी। इस घटना के कारण SGPC ने तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।