स्वर्ण मंदिर में योग करने पर फैशन डिजाइनर के खिलाफ SGPC की शिकायत
bhargav moparthi
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मैं भारतीय समाचारों का एक अनुभवी लेखक और विश्लेषक हूं। मैं उदयपुर में रहता हूँ और वर्तमान में एक प्रसिद्ध समाचार पत्रिका के लिए कार्यरत हूं। मेरा विशेष क्षेत्र राजनीतिक और सामाजिक मुद्दे हैं। मैं समाचार विश्लेषण प्रदान करने में माहिर हूँ और मुझे नई चुनौतियों का सामना करने में आनंद आता है।

8 टिप्पणि

  1. Anant Pratap Singh Chauhan Anant Pratap Singh Chauhan
    जून 23, 2024 AT 19:14 अपराह्न

    स्वर्ण मंदिर में योग करने से धार्मिक स्थल की शालीनता पर असर पड़ सकता है। सभी को इस बात का सम्मान करना चाहिए।

  2. Shailesh Jha Shailesh Jha
    जून 24, 2024 AT 23:01 अपराह्न

    यह सिर्फ व्यक्तिगत शारीरिक फिटनेस नहीं, बल्कि धार्मिक प्रोटोकॉल का उल्लंघन है। ऐसे कदम से समुदाय में असंतुलन पैदा होता है और एथिकल कोड की अनदेखी होती है। हमें सख्त नियम लागू करने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही न दोहराई जाए। SGPC के कदम को सराहना योग्य कहा जा सकता है।

  3. harsh srivastava harsh srivastava
    जून 26, 2024 AT 02:47 पूर्वाह्न

    स्वर्ण मंदिर की पवित्रता को लेकर कई लोगों की गहरी भावना होती है
    योग जैसे शारीरिक व्यायाम को धार्मिक स्थल में करना सहज नहीं माना जाता
    अर्चना मकवाना ने अपने इरादे में शायद इस बात का ख्याल नहीं रखा होगा
    लेकिन सार्वजनिक स्थानों पर हर कार्य का सामाजिक प्रभाव देखना आवश्यक है
    SGPC का यह कदम इस बात को स्पष्ट करता है कि संस्कृति की सीमाएँ सम्मानित होनी चाहिए
    इस मामले में तीन कर्मचारियों का निलंबन यह संदेश देता है कि जिम्मेदारी को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा
    कई विशेषज्ञ का मानना है कि धार्मिक स्थल में स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियों को नियंत्रित करना चाहिए
    से इससे न केवल अनुशासन बना रहेगा बल्कि श्रद्धालुओं को भी शांति मिलेगी
    सामाजिक मीडिया पर ऐसी घटनाएँ जल्दी ही वायरल हो जाती हैं जिससे धारणाएँ बनती हैं
    अर्चना की माफी भी इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है
    लेकिन एक बार गलती हो जाने पर उसे सुधारना कठिन हो सकता है
    भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश बनाना चाहिए
    सभी प्रभावित पक्षों को मिलकर समाधान तलाशना चाहिए
    अंत में यह सब एक सीख है कि धार्मिक और सार्वजनिक जीवन का समन्वय कैसे होना चाहिए
    हमें इस अनुभव से सीख लेकर अधिक संवेदनशील बनने की आवश्यकता है

  4. Praveen Sharma Praveen Sharma
    जून 27, 2024 AT 06:34 पूर्वाह्न

    समझ गया भाई यह बात बहुत जरूरी है हम सबको मिलजुल कर आगे बढ़ना चाहिए

  5. deepak pal deepak pal
    जून 28, 2024 AT 10:21 पूर्वाह्न

    अच्छी बात है कि SGPC ने कदम उठाया 😊

  6. KRISHAN PAL YADAV KRISHAN PAL YADAV
    जून 29, 2024 AT 14:07 अपराह्न

    बिलकुल सही कहा deepak! इस तरह के इवेंट में प्रोटोकॉल और सिंक्रोनाइज़ेशन दोनों का ध्यान रखना चाहिए। अगर व्यवस्था ठीक नहीं रही तो सभी पक्ष नाखुश हो जाते हैं। इसलिए स्टेकहोल्डर मीटिंग में सभी का इनपुट लेना फायदेमंद रहेगा। यह एक प्रैक्टिकल अप्रोच है जो भविष्य में दिक्कत कम कर सकता है।

  7. ಹರೀಶ್ ಗೌಡ ಗುಬ್ಬಿ ಹರೀಶ್ ಗೌಡ ಗುಬ್ಬಿ
    जून 30, 2024 AT 17:54 अपराह्न

    मैं समझता हूँ कि यह शादी की जगह है, योग भी नहीं रोकना चाहिए।

  8. chandu ravi chandu ravi
    जुलाई 1, 2024 AT 21:41 अपराह्न

    😂 भाई harish तुम्हारी बात में कुछ सच है, पर धार्मिक स्थलों को पूरी तरह खुला छोड़ना भी ठीक नहीं। हमें बैलेंस्ड अप्रोच चाहिए 😇🕉️

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