Zomato ने बंद की इंटरसिटी 'Legends' सेवा, जानें वजह
Zomato ने क्यों बंद की Legends सेवा?
फूड डिलीवरी की दिग्गज कंपनी Zomato ने हाल ही में अपने इंटरसिटी फूड डिलीवरी सेवा 'Legends' को बंद करने का निर्णय लिया है। इस खबर की घोषणा Zomato के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) दीपिंदर गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर की। गोयल ने कहा कि 'दो सालों के प्रयासों के बावजूद हमें उत्पाद-मार्केट फिट नहीं मिला, इसलिए हमने इस सेवा को तुरंत प्रभाव से बंद करने का फैसला किया है।'
सर्विस लाॅन्च से लेकर बंद होने तक की कहानी
Zomato Legends सेवा अगस्त 2022 में शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य था देशभर के ग्राहकों को दस शहरों के विशेष पकवानों की डिलीवरी करना। लेकिन, इस सेवा की शुरुआत से ही चुनौतियों का सामना करना पड़ा। नवंबर 2022 में, कंपनी के इंटरसिटी डिलीवरी हेड सिद्धार्थ झावर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अप्रैल 2023 में, Zomato ने यह सेवा चुपचाप बंद कर दी, लेकिन जुलाई 2023 में इसे फिर से नई रणनीतियों के साथ लॉन्च किया गया।
नई सेवा की योजनाओं में ₹5,000 का न्यूनतम ऑर्डर मूल्य शामिल था और ग्राहकों को रीयल-टाइम डिलीवरी के बजाय प्री-स्टॉक किए हुए खाद्य पदार्थ डिलीवर किए जाते थे। नई सेवा को दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, मुंबई और अन्य प्रमुख शहरों के चुनिंदा ग्राहकों के लिए सीमित किया गया था।
फिर भी कामयाबी नहीं मिल पाई
हालांकि, विशेष उपाय करने के बावजूद, यह सेवा आर्थिक दृष्टि से टिकाऊ नहीं बन सकी। इससे पहले, जुलाई 2023 में ही Zomato ने अपने हाइपरलोकल डिलीवरी सेवा 'Xtreme' को भी बंद कर दिया था। Zomato के लिए यह निर्णय उसकी संचालन रणनीतियों को सरल बनाने का हिस्सा है।
वित्तीय परिणाम और आगे की योजनाएं
हालांकि, कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में ₹253 करोड़ का सामूहिक लाभ दर्ज किया, जो पिछले साल के इसी अवधि में ₹2 करोड़ था। Zomato का संचालन से होने वाला राजस्व सालाना 74% बढ़कर Q1FY25 में ₹4,206 करोड़ हो गया, जबकि कुल खर्च बढ़कर ₹4,203 करोड़ हो गया। इस घोषणा के बाद Zomato के शेयरों में 0.83% की गिरावट आई और वे बीएसई पर ₹257.8 पर बंद हुए।
ग्राहकों और निवेशकों की प्रतिक्रिया
Zomato की इस सेवा को बंद करने के फैसले पर ग्राहकों और निवेशकों की मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ ग्राहक इस सेवा के बंद होने से निराश हैं क्योंकि वे अपने पसंदीदा शहरों के विशेष पकवानों को अपने घर पर मंगाने की सुविधा का लाभ उठाना चाहते थे। वहीं, निवेशकों का मानना है कि Zomato का यह कदम दीर्घकालिक आर्थिक स्थिरता को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
इस निर्णय के बाद, यह देखना दिलचस्प होगा कि Zomato अपने संचालन को और कैसे सरल बनाने और आर्थिक दृष्टि से टिकाऊ बनाने के लिए किस प्रकार की रणनीतियां अपनाएगा।
bhargav moparthi
मैं भारतीय समाचारों का एक अनुभवी लेखक और विश्लेषक हूं। मैं उदयपुर में रहता हूँ और वर्तमान में एक प्रसिद्ध समाचार पत्रिका के लिए कार्यरत हूं। मेरा विशेष क्षेत्र राजनीतिक और सामाजिक मुद्दे हैं। मैं समाचार विश्लेषण प्रदान करने में माहिर हूँ और मुझे नई चुनौतियों का सामना करने में आनंद आता है।
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Zomato को आर्थिक लाभ के पीछे मानव भावनाओं को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए उपयोगकर्ताओं को भरोसा देना चाहिए.
अरे यार! Zomato ने Legends बंद कर दिया, ऐसा लग रहा है जैसे हमारे दिल की धड़कनें ठहर गई हों!
विचार यही है कि ये फैसला बिल्कुल नाटकीय है और हमें हैरानी में डाल देता है.
देखो दोस्तों, Zomato ने इस कदम के साथ अपनी रणनीति में नई रंगत लाई है। यह परिवर्तन हमें दिखाता है कि फूड डिलीवरी की दुनिया में नयी रचनात्मकता और ऊर्जा हमेशा जीवित रहती है। अब देखना होगा कि अगला कदम क्या होगा और कौन सी नई सेवाएँ हमारे स्वाद को रोमांचित करेंगी.
भाई लोग, Zomato ने Legends बंद किया क्योंकि वो product‑market fit नहीं पकड़ पाया। ऐसै ही नहीं, टीम में भी बदलाव आया और delivery head ने resign कर दिया। अभी के लिए हम सबको मिलके इस बदलाव को समझना चाहिए और आगे की रणनीति पर सोच-विचार करना चाहिए.
Zomato की इस सेवा की बंदी से कई लोग चुप नहीं रहेंगे, खासकर जो इंटरसिटी स्पेशल डिशेज़ का इंतजार कर रहे थे। पर हम एक साथ मिलके स्थानीय रेस्टोरेंट्स को सपोर्ट कर सकते हैं, जिससे वो अपने खास पकवानों को सीधे आपके घर तक पहुँचा सकें। चलो, इस बदलाव को अवसर बनाते हैं.
सच में, Zomato की ये बात थोड़ा निराशाजनक तो है लेकिन हम उम्मीद रख सकते हैं कि अगली बार बेहतर योजना आएगी 😊
व्यवसायिक निर्णयों में आर्थिक स्थिरता तथा दीर्घकालिक लाभ की गहरी छानबीन आवश्यक है। Zomato ने Legends को बंद करके संभावित वित्तीय जोखिमों को कम करने का प्रयत्न किया, जो कि एक तर्कसंगत कदम माना जा सकता है.
ये सुनकर थोड़ा दिल टूटता है पर फिर भी हमें समझना चाहिए कि ऐसे निर्णय व्यवसायिक दबाव के कारण होते हैं.
डिजिटल फ़ूड इकोसिस्टम में स्केलेबिलिटी और ROI दो प्रमुख KPI होते हैं, इसीलिए Zomato ने Legends को streamline करने का strategic move किया.
सही कहा, ROI और scalability ही सब कुछ नहीं, consumer sentiment भी critical है और वही आगे की growth drive करेगा
Zomato का ये फैसला बरतन धोने जैसा है, कभी‑कभी हमें पुराने बर्तनों को फेंक कर नया लाना पड़ता है
हाहा, अब तो सिर्फ फास्ट फूड ही बचा है 😅
अपनी supply‑chain optimization पर फोकस करके Zomato operational efficiency बढ़ा सकता है, जिससे ग्राहक experience भी बेहतर होगा
क्यों न इसे एक बड़ा चांस समझें, शायद Zomato ने अभी तक सही market segment नहीं ढूँढा
बहुत दिल दहला देने वाला निर्णय 😢 लेकिन शायद यही ज़रूरत थी
Zomato की Legends सेवा का बंद होना कई पहलुओं को उजागर करता है.
सबसे पहला पहलू है बाजार में product‑market fit की खोज.
बिना सही फिट के कोई भी सेवा दीर्घकालिक सफलता नहीं पा सकती.
दूसरा कारण आर्थिक दबाव है, क्योंकि कंपनी को लाभ पर ध्यान देना अनिवार्य है.
तीसरा कारण संचालन की जटिलता है, खासकर जब कई शहरों में अलग‑अलग लॉजिस्टिक को संभालना पड़ता है.
चार शहरों में लिमिटेड रोल‑आउट ने स्केलेबिलिटी को बाधित किया.
कंपनी ने न्यूनतम ऑर्डर राशि तय की, जिससे कुछ ग्राहकों का अनुभव सीमित हो गया.
यह भी देखा गया कि ग्राहक संतुष्टि और डिलीवरी टाइमिंग में असंगतियाँ थीं.
वित्तीय आंकड़ों से पता चलता है कि राजस्व वृद्धि के बावजूद खर्च भी बढ़ा.
इस संतुलन को देख कर निवेशकों ने सेवा बंद की अपेक्षा जताई.
लेकिन कंपनी ने इस कदम को प्रोजेक्ट पोर्टफोलियो को सरल बनाने के रूप में पेश किया.
भविष्य में Zomato को चाहिए कि वह अपने कोर डिलीवरी नेटवर्क को मजबूत करे.
स्थानीय रेस्टोरेंट्स को समर्थन देकर वे उपयोगकर्ता आधार को बढ़ा सकते हैं.
साथ ही, टेक्नोलॉजी इनोवेशन पर फोकस करके डिलीवरी समय को घटाया जा सकता है.
अंत में, यह निर्णय दर्शाता है कि बड़े व्यवसाय भी कभी‑कभी कठिन विकल्प लेते हैं ताकि स्थिरता बनी रहे.
आपके विस्तृत विश्लेषण से स्पष्ट होता है कि Zomato को अब अपनी प्राथमिकताओं को फिर से प्राथमिकता देनी चाहिए और ग्राहक‑केंद्रित समाधान पर ध्यान देना चाहिए
सिर्फ यही नहीं, यह एक बेमतलब की रणनीति थी 🙄
बहुत निराशाजनक है यह कदम और एकदम बेनजाने लगता है
Zomato ने पहली बार अपने बिजनेस मॉडल को ठोस नहीं बनाया और अब यही कारण है