दिमाग खाने वाले अमीबा मानव शरीर में कैसे प्रवेश करता है?
दिमाग खाने वाले अमीबा का परिचय
Naegleria fowleri, जिसे आम तौर पर 'दिमाग खाने वाला अमीबा' कहा जाता है, एक अत्यंत दुर्लभ परंतु प्राण घातक अमीबिक संक्रमण का कारण बनता है। यह अमीबा ज्यादातर गर्म या गुनगुने ताजे पानी की जगहों में पाया जाता है जैसे कि झीलें, नदियाँ, और गर्म झरने। विशेषतौर से गर्मियों के मौसम में, जब पानी का तापमान ऊँचा होता है, यह अमीबा पानी में पनपने के लिए उपयुक्त परिस्थितियाँ प्राप्त कर लेता है।
Naegleria fowleri मानव शरीर में कैसे प्रवेश करता है?
इस अमीबा के संक्रमण का सबसे आम तरीका यह है कि संक्रमित पानी को नाक के माध्यम से शरीर में खींचा जाए। यह कुछ इस प्रकार होता है: जब कोई तैराक या स्नान करने वाला व्यक्ति साधारण पानी में तैरता है और पानी ज़ोर से सूंघता या इनहेल करता है, तो यह अमीबा नाक के माध्यम से प्रवेश करता है। नाक से यह अमीबा सुंघने वाली तंत्रिका (ओल्फेक्टरी नर्व) के माध्यम से मस्तिष्क तक पहुंचता है। यहां, यह मस्तिष्क के ऊतकों पर हमला करता है और गंभीर और तेजी से बढ़ने वाली सूजन पैदा करता है।
मस्तिष्क पर हमले के बाद के लक्षण
एक बार जब Naegleria fowleri मस्तिष्क तक पहुंच जाता है, तो यह आमतौर पर Primary Amoebic Meningoencephalitis (PAM) नामक संक्रमण का कारण बनता है, जो तेजी से बढ़ने वाला और गंभीर होता है। इसके सामान्य लक्षणों में शामिल होते हैं: व्यापक सिरदर्द, तेज बुखार, मतली और उल्टी, मानसिक भ्रम, और फोकस में कठिनाई। जैसे-जैसे संक्रमण बढ़ता है, अन्य neurological लक्षण भी प्रकट हो सकते हैं जैसे गर्दन में कठोरता, बड़े दौरे, और कोमा।
उपचार और चुनौती
Naegleria fowleri संक्रमण का उपचार करना अत्यंत कठिन है। आमतौर पर, यह संक्रमण antifungal और antimicrobial दवाओं के उपयोग से इलाज किया जाता है। हालांकि, इस संक्रमण में मृत्यु दर बहुत ऊँची रहती है। समय पर और सही उपचार मिलने के बावजूद, संक्रमित व्यक्तियों में से केवल कुछ ही जीवित बच पाते हैं।
संक्रमण रोकथाम के तरीके
- गर्म पानी के स्रोतों जैसे कि झीलों, नदियों, और गर्म झरनों में तैरते समय नाक को ढंकने वाले साधनों का उपयोग करें।
- स्नॉर्टिंग या इनहेलिंग के दौरान उच्च तापमान वाले पानी से बचें।
- आपके घर में पानी के तापमान को 29-45 डिग्री सेल्सियस के भीतर नियंत्रित रखें।
- स्विमिंग पूल्स और हॉट टब्स की सही देखभाल और क्लोरीनेशन सुनिश्चित करें।
केरल में Naegleria fowleri संक्रमण
भारत के केरल राज्य में Naegleria fowleri के संक्रमण के मामले हाल में ध्यान में आए हैं। केरल का गरम और आर्द्र जलवायु इस अमीबा के पनपने के लिए अत्यंत अनुकूल है। मानसून के मौसम में भारी बारिश से झीलों, नदियों, और तालाबों में पानी का स्तर बढ़ जाता है, जिससे स्थिर या धीमे बहाव वाले पानी की जगहें बन जाती हैं, जहां यह अमीबा आसानी से पनप सकता है। केरल में आमतौर पर लोग पारंपरिक ढंग से प्राकृतिक जल स्रोतों में नहाने और कपड़े धोने की प्रवृत्ति रखते हैं, जिससे इन संक्रमित जल स्रोतों के संपर्क में आने की संभावना बढ़ जाती है।
भविष्य के लिए सावधानियाँ
Naegleria fowleri संक्रमण से बचाव के लिए जागरूकता और सावधानी बरतनी चाहिए। लोगों को ताजे पानी में उवभियुक्त गतिविधियों के दौरान सुरक्षा उपाय अपनाने चाहिए और हमेशा स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा दी गई सलाह का पालन करना चाहिए। Naegleria fowleri जैसे दुर्लभ लेकिन प्राण घातक अमीबिक संक्रमण से भविष्य में होने वाले खतरों को कम करना आवश्यक है।
Veeran Khatri
मैं भारतीय समाचारों का एक अनुभवी लेखक और विश्लेषक हूं। मैं उदयपुर में रहता हूँ और वर्तमान में एक प्रसिद्ध समाचार पत्रिका के लिए कार्यरत हूं। मेरा विशेष क्षेत्र राजनीतिक और सामाजिक मुद्दे हैं। मैं समाचार विश्लेषण प्रदान करने में माहिर हूँ और मुझे नई चुनौतियों का सामना करने में आनंद आता है।
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