मुंबई में सार्वजनिक परिवहन का तरीका बदल रहा है, और मोनॉरेल इस बदलाव का मुख्य हिस्सा बन चुका है। अगर आप मुंबई में रहते हैं या यात्रा की योजना बना रहे हैं तो ये जानकारी आपके लिए काफी काम आ सकती है। यहाँ हम सबसे ताज़ा अपडेट, रूट प्लान और यात्रियों के अनुभव पर बात करेंगे।
मुंबई मोनॉरेल प्रोजेक्ट दो प्रमुख रूट्स से शुरू हुआ: पहला लंगर रोड‑कुंदवरा तक, दूसरा चंद्रपुर‑ग्लोबल हाइट्स। दोनों रूट्स का निर्माण अभी भी चल रहा है, लेकिन कई सेक्शन पहले ही ओपन हो चुके हैं। सरकार ने कहा है कि 2025 तक पूरी लाइन चालू होगी, जिससे शहर के ट्रैफिक जाम में काफी कमी आएगी।
कॉन्ट्रैक्टर कंपनी ने हालिया प्रेस रिलीज़ में बताया कि पहली फेज की ट्रेनें अब टेस्टिंग मोड में हैं और अगले महीने सार्वजनिक उपयोग के लिए तैयार होंगी। यह खबर यात्रियों को राहत दे रही है क्योंकि मौजूदा ट्रेन, बस और मेट्रो की भीड़ अक्सर परेशान करती थी।
मोनॉरेल का सबसे बड़ा फ़ायदा इसकी गति है—प्रति घंटे 15‑20 किमी तक चलने वाली ट्रेनें शहर के मुख्य बिंदुओं को जल्दी जोड़ती हैं। टिकट कीमत भी सस्ती रखी गई है, जिससे रोज़मर्रा की यात्रा पर खर्च कम रहेगा। आप मोबाइल ऐप या QR कोड से आसानी से टिकेट खरीद सकते हैं, और यह प्रक्रिया लगभग 30 सेकंड में पूरी हो जाती है।
अगर आप पहले ही मोनॉरेल का इस्तेमाल कर चुके हैं तो जानते होंगे कि स्टेशन की सुविधाएँ बहुत आधुनिक हैं—एस्केलेटर, लिफ्ट, वाई‑फ़ाई और रियल‑टाइम ट्रैकिंग स्क्रीन। ये सब यात्रियों को समय बचाने में मदद करते हैं और यात्रा को तनाव मुक्त बनाते हैं।
मुंबई मोनॉरेल के बारे में सबसे आम सवालों के जवाब नीचे दिए गए हैं:
सारांश में कहें तो, मुंबई मोनॉरेल न केवल शहर के ट्रैफ़िक को हल्का करेगा बल्कि यात्रियों को तेज़, किफायती और सुरक्षित सफ़र का विकल्प देगा। अगर आप अभी भी अपनी यात्रा योजना बना रहे हैं तो इस नई सुविधा को अपने रूट में शामिल करना न भूलें। भविष्य की दिल्ली‑मुंबई हाईवे नहीं, बल्कि मोनॉरेल के साथ शहर के दिल में झांकना अधिक रोमांचक है!
मुंबई में 19 अगस्त 2025 को दो मोनोरेल ट्रेनें भारी बारिश के बीच ठप हो गईं। करीब 800 यात्री तीन घंटे तक फंसे रहे, जिनमें से 10 को घुटन की समस्या हुई। एमएमआरडीए के मुताबिक ओवरलोडिंग से पावर सप्लाई फेल हुई और कर्व पर इमरजेंसी ब्रेक लग गया। फायर ब्रिगेड ने स्नॉर्कल और टर्न टेबल लैडर से सभी को 9:50 बजे तक सुरक्षित उतारा। सरकार ने जांच के आदेश दिए।