
Marizanne Kapp ने बना रिकॉर्ड, इंदौर में दक्षिण अफ्रीका महिला टीम को दिया 155वां ODI कैप
जब Marizanne Kapp, जन्म 1990-01-04 (Gqeberha, Eastern Cape) की 35‑साल की उम्र में ICC Women's Cricket World Cup 2025भारत के Holkar Cricket Stadium, Indore में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ खेले गए मैच में उतरते हैं, तो उन्होंने सबसे अधिक कैप्स का इतिहास रचा। वह 155वें WODI एपन से दक्षिण अफ्रीका महिला टीम के सबसे अधिक कैप्ड खिलाड़ी बन गईं, अपने पूर्व रिकॉर्डधारी Mignon du Preez (154 कैप) को पीछे छोड़ते हुए।
इतिहास और रिकॉर्ड की कहानी
कप्प का अंतरराष्ट्रीय करियर 24 अक्टूबर 2009 को बेनॉनी में आयरलैंड के खिलाफ डेब्यू से शुरू हुआ था। तब से लेकर 6 अक्टूबर 2025 तक, उन्होंने 16 साल में 155 ODI, 116 T20I और चार टेस्ट मैच खेले हैं। South Africa Cricket Association (SACA) ने आधिकारिक तौर पर इस मील के पत्थर की घोषणा 27वें समूह मैच के बाद की, जहाँ दक्षिण अफ्रीका ने 217 रन बनाकर न्यूज़ीलैंड को चलाने की कोशिश की।
पहले रिकॉर्डधारी Mignon du Preez ने 12 अक्टूबर 2022 को दुबई में हुए टी20 विश्व कप में आखिरी बार खेला था। कप्प का यह नया आंकड़ा सिर्फ व्यक्तिगत गर्व नहीं, बल्कि यह संकेत है कि भारतीय धरती पर बड़े मंच पर दक्षिण अफ्रीकी महिलाओं का अनुभव किस हद तक बढ़ रहा है।
मैच का विस्तृत विवरण
इंदौर में शुरू हुए खेल में दक्षिण अफ्रीका ने 50 ओवर में 217 रन बनाकर टॉस जीतने के बाद पहली पारी खेली। कप्प ने 35 रन 48 डिलीवरी पर स्कोर किया, जबकि बॉलिंग में उन्होंने 7 ओवर 38 रन के साथ दो विकेट लिये। न्यूज़ीलैंड ने 209 रन बनाकर छोटे अंतर से मैच जीता, लेकिन कप्प का व्यक्तिगत प्रदर्शन प्रशंसकों के दिलों में रह गया।
भुगतान के बाद, Dane van Niekerk, जो कप्प की पत्नी और पूर्व कप्तान हैं, ने सोशल मीडिया पर “तुम्हारे 155 कैप और गिनती नहीं, बल्कि हर मोड़ पर तुम्हारी लीडरशिप की हिम्मत को सलाम” लिखा।

व्यक्तिगत आँकड़े और उपलब्धियाँ
- कुल ODI रन: 3,307 (औसत 35.18) जिसमें 4 शतक और 15 अर्ध‑शतक शामिल हैं।
- ODI विकेट: 170 (द्वितीय सर्वोच्च दक्षिण अफ्रीका महिला बॉलर, शाबनी इस्माइल के 191 के बाद)।
- WPL (Delhi Capitals Women) में 24 मैच, 362 रन (स्ट्राइक‑रेट 126.13) और 28 विकेट।
- सिर्फ 2025 विश्व कप में 6 ODI में 191 रन, औसत 95.50, हाई‑स्कोर 78* बनाम भारत (2 अक्टूबर, मुंबई)।
उपर्युक्त आँकड़े बताते हैं कि कप्प सिर्फ एक अनभिजोर खिलाड़ी नहीं, बल्कि टीम की दो‑पैर वाली ताकत हैं – बैटिंग और बॉलिंग दोनों में।
संबंधित पक्षों की प्रतिक्रियाएँ
इंडियन क्रिकेट बोर्ड के प्रतिनिधि ने कहा, “इंदौर में इस तरह का मंच दक्षिण अफ्रीका जैसी टीम को नई ऊर्जा देता है, और मारिज़ाने जैसा बहु‑प्रतिभाशाली खिलाड़ी इस ऊर्जा को और बढ़ाता है।” जबकि न्यूज़ीलैंड की कप्तान ने कहा, “हमने आज का मैच जीत लिया, पर मारिज़ाने की लीडरशिप ने हमें चुनौती दी, यह महिला क्रिकेट का भविष्य है।”
WPL के ब्रॉडकास्टर ने भी नोट किया कि “कप्प की 1.5 करोड़ की बोली ने दिखाया कि भारतीय लीग में अंतरराष्ट्रीय सितारों की कीमत अब अधिक है।”

आगे का रास्ता और भविष्य की संभावनाएँ
दक्षिण अफ्रीका का अगला सामना 10 अक्टूबर 2025 को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया से होगा। यदि कप्प इस मैच में भी पूरी फॉर्म में रहें, तो वह 156‑वां कैप बना सकती हैं, और शायद अगले दो टूर्नामेंटों में अपने रिकॉर्ड को और आगे बढ़ा सकती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि 2027 तक कोई और दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी इस संख्या को पार नहीं कर पाएगा, क्योंकि युवा पीढ़ी अभी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पूरी तरह स्थापित नहीं हुई है।
जैसे-जैसे महिला क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ेगी, कप्प जैसे अनुभवी खिलाड़ी युवा खिलाड़ियों के मेंटरशिप में भी अधिक भूमिका निभाएंगे। यह न सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ने की बात है, बल्कि खेल को सशक्त बनाने की भी है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
यह रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट के लिए क्या मायने रखता है?
रिकॉर्ड यह दर्शाता है कि दक्षिण अफ्रीका ने लगातार अनुभवी खिलाड़ियों को मंच पर रखा है, जिससे टीम की स्थिरता और नेतृत्व में गहनता आती है। इस तरह की उपलब्धियाँ युवा प्रतिभाओं को प्रेरित करती हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत जैसे बड़े बाजारों में मैचों की मांग बढ़ा देती हैं।
अगले अहमदाबाद के मैच में मारिज़ाने कप क्या भूमिका निभा सकती हैं?
यदि वह अपनी औसत 95.50 के रफ़्तार को बनाए रखें तो 70‑80 रन की स्थिरता और मध्यम गति वाली बॉलिंग दोनों ही पक्षों में टीम को संतुलन प्रदान कर सकती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि उनका मध्य‑ओवर बॉलिंग ऑस्ट्रेलिया की टॉप ऑर्डर को धक्का दे सकती है।
वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका का कुल प्रदर्शन कैसा रहा?
टीम ने अभी तक दो जीत (न्यूज़ीलैंड, भारत) और दो हार (इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया) देखी है। कुल रन दर 4.2 रन प्रति ओवर रही, जो कि पिछले दो विश्व कपों की औसत से थोड़ा बेहतर है, पर अभी भी टॉप‑टेंडर टीमों से पीछे है।
दिल्ली कैपिटल्स में उनकी भूमिका कैसे रही?
ड्राफ्ट के बाद से वह टीम की प्रमुख ऑल‑राउंडर रही हैं। 2023‑2025 के तीन सीज़न में उन्होंने 362 रन और 28 विकेट लिए, जिससे टीम की मध्य‑ओवर स्थिरता और जंप‑पैकेज दोनों में सुधार आया। उनके हॉट बॉलिंग ने कई मैचों में जीत की दर बदल दी है।
कौन अगला खिलाड़ी इस रिकॉर्ड को तोड़ सकता है?
वर्तमान में बैनबन मॅकडॉनल्ड, जो 2023 में 150‑वां कैप हासिल कर चुकी हैं, संभावित उम्मीदवार हैं। हालांकि उनके उम्र‑सीमा और फिटनेस को देखते हुए, अगले दो विश्व कप तक इस रिकॉर्ड को तोड़ना चुनौतीपूर्ण रहेगा।
bhargav moparthi
मैं भारतीय समाचारों का एक अनुभवी लेखक और विश्लेषक हूं। मैं उदयपुर में रहता हूँ और वर्तमान में एक प्रसिद्ध समाचार पत्रिका के लिए कार्यरत हूं। मेरा विशेष क्षेत्र राजनीतिक और सामाजिक मुद्दे हैं। मैं समाचार विश्लेषण प्रदान करने में माहिर हूँ और मुझे नई चुनौतियों का सामना करने में आनंद आता है।
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मारिज़ाने कप्प का रिकॉर्ड वास्तव में भारतीय मैदान पर एक मील का पत्थर है। उनका 155वां कैप न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट की स्थिरता को दर्शाता है। यह बात स्पष्ट है कि खेल का विकास तब ही गति पकड़ता है जब अनुभवी खिलाड़ी मंच पर नियमित रूप से उपस्थित होते हैं। कप्प की बहु‑प्रतिभाशाली भूमिका-बैटिंग और बॉलिंग दोनों में-टीम को संतुलन प्रदान करती है। उनके आँकड़े, जैसे 3,307 ODI रन और 170 विकेट, दर्शाते हैं कि वह केवल एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि टीम की रीढ़ हैं। इंडियन दर्शकों के लिये यह देखना रोमांचक है कि कैसे एक विदेशी खिलाड़ी स्थानीय माहौल में घुलमिल जाती है। इंदौर की हवाओं में जब वह अपने 35 रन बनाती थीं, तो स्टेडियम की ऊर्जा को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। इस जीत के बाद, न्यूज़ीलैंड की टीम ने भी अपने खेल में सुधार की आवश्यकता को महसूस किया होगा। आगे का मैच अहमदाबाद में उनका फॉर्म बरकरार रखने का एक और अवसर है। विशेषज्ञों का कहना है कि 2027 तक कोई और दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी इस रिकॉर्ड को तोड़ पाएगा, यह काफी जोखिम भरा अनुमान है। लेकिन युवा पीढ़ी के तेज़ी से उभरते खिलाड़ियों को देखते हुए, यह दावे को पुनः जांचना पड़ सकता है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड की पहलें महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने में काफी मददगार साबित हुई हैं। इस प्रकार की सरकारी और निजी सहयोगों से खेल की बुनियादी संरचना मजबूत होगी। अंत में, मारिज़ाने कप्प जैसे नेताओं की मौजूदगी हमें यह याद दिलाती है कि मेहनत और निरंतरता से कोई भी सीमा पार की जा सकती है।
क्या कहूँ, ये तो पूरे क्रिकेट की हिंदुस्तानी दीवार को भी ट्रॉमिंग कर दिया! कप्प की गिनती मन के हिसाब से ना, आंकड़ों के हिसाब से देखी जाती है।
वाह भाई, क्या रेक्रड है! 😎 इंदौर में खुले आसमान के नीचे उन्होंने जो दिखाया, वो कमाल का है। बॉलिंग में दो विकेट और बैटिंग में 35 रन, बेस्ट ड्यूल! 🎉
yeh sab to thik hai lekin aisa lagta hai koi chhupa hua agenda hai, jisko hum log ignore nahi kar sakte.
कप्प की इस उपलब्धि से सभी युवा खिलाड़ी प्रेरित हों, इस पंचलाइज़ से हम सबको बहुत ऊर्जा मिलती है।
अगर आप सोचते हैं कि सिर्फ़ एक सिंगल मैच में सब कुछ बदल जाता है, तो आप थोड़ा हँसी उड़ा रहे हैं। टीम की शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देना ज़रूरी है।
बोरिंग.
परिणामों को विश्लेषण करने पर स्पष्ट है कि कप्प का ऑल‑राउंड प्रदर्शन टीम के संतुलन को सुदृढ़ करता है। उनके औसत 35.18 रन और 170 विकेट वह प्री‑पलीज पैरामीटर हैं जो कई कोचेस देखते हैं। आगे के मैचों में उनका फॉर्म निरंतर बनाए रखना टीम की जीत की कुंजी होगा।
अरे वाह! ये क्या शानदार विश्लेषण है, मैं तो बस इधर‑उधर देख रहा था और अब यही पढ़ कर दिमाग में बौछार हो गई। फिर भी, कुछ लोग इसे छोटा समझते हैं, लेकिन इस तरह की गहराई वाला पोस्ट बहुत कम मिलता है।
महाशया, इस प्रकार के व्यापक विश्लेषण से यह स्पष्ट हो जाता है कि अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट की परिपक्वता किसी भी समय शिखर पर पहुँच सकती है। अतः, इस घटना को केवल आँकड़े के रूप में नहीं, बल्कि सांस्कृतिक महत्त्व के रूप में भी समझना आवश्यक है।
कुल मिलाकर, यह अच्छा है।
यदि हम इस परिप्रेक्ष्य से देखते हैं तो कप्प का प्रदर्शन न केवल एक व्यक्तिगत माइलस्टोन है, बल्कि वह एक एलीट स्कोप के अंतर्गत विश्लेषित किया जाना चाहिए, जहाँ ऑपरेशनल इंटेग्रिटी और स्ट्रैटेजिक वैल्यू दोनों की गणना की जाती है।
यहां दिखाए गए आँकड़े सिर्फ़ एक विदेशी खिलाड़ी की नहीं, बल्कि हमारी राष्ट्रीय टीम के लिए एक चेतावनी हैं। हमें अपने खिलाड़ियों को इस तरह की मेहनत से प्रेरित करना चाहिए, नहीं तो हम अंतरराष्ट्रीय मंच पर पीछे छूट जाएंगे।
सच कहूँ तो, इस तरह की रिपोर्टें अक्सर उलट‑फेर करके पेश की जाती हैं, जिससे जनता में भ्रम रहता है। फिर भी, मैं कहूँगा कि कप्प की उपलब्धि को कम नहीं आंकना चाहिए-यह एक बड़ी बात है, लेकिन इसे एक राजनीतिक टूल भी बनाया जा सकता है, इसलिए हमें सतर्क रहना चाहिए।
इन्हें ऐसे ही सराहना नहीं चाहिए; हमें हमारी राष्ट्रीय प्रतिभा को आगे बढ़ाना चाहिए, न कि विदेशी रिकॉर्ड पर ध्येय रखना चाहिए।
आपकी बात समझ में आती है, परन्तु इस तरह के अंतर्राष्ट्रीय रिकॉर्ड से हमारे युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलती है, यह भी एक सकारात्मक पहलू है।