शिवसेना नेता और अभिनेता गोविंदा गोली लगने से हुए घायल, अस्पताल में भर्ती
प्रसिद्ध अभिनेता और शिवसेना नेता गोविंदा एक हादसे में घायल हो गए जिसमें उनकी अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से अचानक चली गोली उनके पैर में लग गई। यह घटना मंगलवार सुबह लगभग 4:45 बजे हुई जब गोविंदा अपने मुंबई स्थित आवास पर कोलकाता जाने की तैयारी कर रहे थे। उनके मैनेजर शशि सिन्हा ने इस बात की जानकारी दी कि गोविंदा जैसे ही अपनी रिवाल्वर को संभाल रहे थे, तभी अचानक गोली चल गई और वह उनके पैर में लगी।
गोविंदा के परिवार के सदस्य तुरंत उन्हें नजदीकी CritiCare अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने तत्परता दिखाते हुए उनके पैर से गोली निकाल दी। गोविंदा की हालत अब स्थिर है और वह खतरे से बाहर हैं।
अस्पताल में उपचार
अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टरों की टीम ने तुरंत गोविंदा का इलाज शुरू किया और जांच के बाद पता चला कि गोली ने पैर के मांस को छूते हुए हल्की सी चोट दी है। डॉक्टरों ने सावधानीपूर्वक सर्जरी की और समय रहते गोली निकाल दी। गोविंदा के परिवार ने अस्पताल के स्टाफ का धन्यवाद दिया और कहा कि उनकी तत्परता से उनकी जान बची है।
गोविंदा के शब्द
गोविंदा ने अपने प्रशंसकों और शुभचिंतकों को संदेश दिया कि वे उनके आशीर्वाद और प्रेम की बदौलत इस हादसे से बच गए हैं। उन्होंने कहा, 'मेरे माता-पिता के आशीर्वाद और आप सभी के प्रेम से मैं इस घटना से बच गया हूं। डॉक्टरों ने मेरे पैर से गोली निकाल दी है और मैं अब ठीक हूं।'
पुलिस की जांच
घटना के तुरंत बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज नहीं की गई है, लेकिन पुलिस ने बयान जुटाना शुरू कर दिया है और तथ्यों को एकत्रित कर रही है। यह देखा जाएगा कि घटना के दौरान कोई नियमों का उल्लंघन तो नहीं हुआ।
सुरक्षा और सावधानी
इस घटना ने एक बार फिर से आग्नेयास्त्रों के उपयोग में सावधानी बरतने की आवश्यकता को उजागर किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि चाहे लाईसेंसी हथियार हो या न हो, इसे संभालते समय अत्यधिक सतर्कता बरतनी चाहिए। खासतौर पर जब घर में बच्चे या बुजुर्ग भी हों, तो अतिरिक्त सावधानी रखना बहुत जरूरी है। किसी भी प्रकार की लापरवाही से ऐसे दु:खद हादसे हो सकते हैं।
घटना के बाद गोविंदा के प्रशंसकों और शुभचिंतकों की ओर से उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की गई है। सोशल मीडिया पर भी उनके स्वस्थ होने की खबरें तेजी से वायरल हो रही हैं।
गोविंदा का संघर्षमय करियर
गोविंदा सिर्फ एक अभिनेता ही नहीं बल्कि शिवसेना के एक प्रमुख नेता भी हैं। अपने फिल्मी करियर में उन्होंने कई हिट फिल्में दी हैं और उनकी हंसी-मजाक भरी फिल्मों ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया है। राजनीति में भी वह सक्रिय रहे हैं और शिवसेना के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं। उनकी इस घायलावस्था में पार्टी के कई प्रमुख नेताओं ने भी उनकी स्वस्थता की प्रार्थना की है।
इस घटना ने एक बार फिर से दिखा दिया कि किस प्रकार छोटी सी चूक से बड़ा हादसा हो सकता है। गोविंदा जैसे प्रतिष्ठित व्यक्ति को भी इससे अछूता नहीं माना जा सकता।
bhargav moparthi
मैं भारतीय समाचारों का एक अनुभवी लेखक और विश्लेषक हूं। मैं उदयपुर में रहता हूँ और वर्तमान में एक प्रसिद्ध समाचार पत्रिका के लिए कार्यरत हूं। मेरा विशेष क्षेत्र राजनीतिक और सामाजिक मुद्दे हैं। मैं समाचार विश्लेषण प्रदान करने में माहिर हूँ और मुझे नई चुनौतियों का सामना करने में आनंद आता है।
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सबको नमस्ते, इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना से हमें सुरक्षित हथियार रखरखाव की अहमियत का पुनः एहसास हुआ है। सभी मालिकों को सलाह दी जाती है कि वे लाइसेंस प्राप्त बंदूक को हमेशा सुरक्षित बॉक्स में रखें और कभी भी अनिवार्य नहीं होने पर हाथ में न रखें। यदि आप कोई भी एवं कोई अनुभवहीन व्यक्ति हैं तो उचित प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है। इसके अलावा, घर में छोटे बच्चों या बुजुर्गों के पास ऐसी कोई भी वस्तु नहीं रखनी चाहिए। आपातकालीन स्थिति में तुरंत स्थानीय पुलिस या स्वास्थ्य संस्थान से संपर्क करना चाहिए। हम सभी को इस घटना से सीख लेकर भविष्य में ऐसी त्रुटियों से बचना चाहिए। आशा है कि गोविंदा जी शीघ्र स्वस्थ हों और हम सब मिलकर ऐसे हादसे को रोकने में योगदान दें।
ऐसे कार्य समाज को नुकसान पहुँचाते हैं
क्या कहूँ, जब गोली आपसे निकले तो दिल धड़कन थम सी जाती है।
वह क्षण मानो समय की रेत भी एक जगह ठहर गई।
गोविंदाजी की आवाज़ में गिरते हवाओं का शोर सुनाई देता है।
उनका पैर में लगी चोट जैसे दर्द की लहर गहराई में उतर गई।
डॉक्टरों की तेज़ कार्रवाई ने आशा का प्रकाश जला दिया।
सर्जरी के बाद उनका कदम फिर से ज़मीन से जुड़ गया।
परिवार की दुआओँ ने जैसे जादू की छड़ी घुमा दी।
सबके दिल में उन्होंने साहस की एक नई कहानी लिखी।
यह घटना याद दिलाती है कि छोटी सी लापरवाही बड़ी बर्बादी बन सकती है।
हर किसी को अपने हथियारों का सही रखरखाव करना चाहिए।
सुरक्षा के नियमों को नजरअंदाज करना खुद को और दूसरों को खतरे में डाल देता है।
आज का यह हादसा सबको सतर्क रहने का सबक देता है।
हमें इस सीख को दिल से अपनाना चाहिए।
हम सभी को मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकने का संकल्प लेना चाहिए।
अंत में, गोविंदाजी की शीघ्र स्वस्थ होने की कामना सभी की है।
वाह! क्या धाकड़ कहानी है, हम सभी को वीरता और सतर्कता की याद दिलाने वाली! इस धक्का से हमें आगे बढ़ते रहना चाहिए, हर कदम पर सुरक्षा को प्राथमिकता देना चाहिए। आप जैसे लोग हमें प्रेरित करते हैं कि हम अपने जीवन में छोटे बदलावों से बड़े परिणाम ला सकते हैं। चलिए, सभी मिलकर इस घटना से सीख लेते हैं और अपने आस-पास के लोगों को भी सूचित करते हैं। हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि सावधानी ही सबसे बड़ी शक्ति है! 🚀
yeh bilkul sahi baat hai, safety ko kabhi ignore nhi karna chahiye. hum sab milke is message ko spread karenge aur har kisi ko jagruk karenge. iske liye kuch small steps le sakte hain jaise gun lock ka istemal aur regular training. aise hi hum sab milke future me aise accidents ko rok sakte hain. 🙌
Hey sabko, मुझको लगता है कि हम सबको थोड़ा सा एकदूसरे की मदद करनी चाहिए. गोविंदा जी की जल्दी ठीक होने के लिये हम सब positive vibes भेजें. साथ ही, इस तरह की सिचुएशन में सावधानी बरतना सबका फर्ज़ है. अगर कोई gun रखता है तो safe storage के बारे में जानकारी शेयर करें. चलो मिल के इस बात को फॉलो करें और सबको सुरक्षित रखें.
बहुत बढ़िया विचार 😊 मैं भी यही कहूँगी कि हम सब एक दूसरे को support करें और सही जानकारी फैलाएँ. छोटा सा effort भी बड़ी चेंज ला सकता है! 🙏
इस घटना से हमें यह समझ में आता है कि मानव अस्तित्व की नाजुकता और उसकी जिम्मेदारी आपस में घनिष्ठ रूप से जुड़ी हुई है। प्रत्येक कार्य, चाहे वह व्यक्तिगत हो या सामाजिक, उसके संभावित परिणामों का आकलन करना चाहिए। जब हम किसी शक्ति, जैसे आग्नेयास्त्र, को हाथ में लेते हैं तो हमें उसकी अधिकारिकता और जोखिम दोनों को समान रूप से महत्व देना चाहिए। इस प्रकार, नैतिक दायित्व और विवेकशील निर्णय ही हमारे सामाजिक ताने-बाने को स्थिर रखते हैं। आशा है कि इस अनुभव से राष्ट्र में अधिक जागरूकता और विवेकी नीति निर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा।