
संसद सत्र 2024 लाइव अपडेट्स: नए सांसद लेंगे शपथ; एनडीए सरकार पर दबाव बनाएगा विपक्ष
संसद सत्र 2024: नए सांसदों की शपथ और विपक्ष का प्रदर्शन
18वीं लोकसभा का पहला सत्र आज से आरंभ हो गया है, जिसमें नए सांसद शपथ लेंगे। इस सत्र का प्रारंभिक दिन ही महत्वपूर्ण मुद्दों और विवादों से भरपूर है। विपक्षी दल एनडीए सरकार पर विभिन्न मुद्दों को लेकर दबाव बनाने की योजना बना रहे हैं, खासकर NEET-NET परीक्षा पेपर लीक विवाद को लेकर।
विपक्ष का विरोध
भाजपा के अनुभवी सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर के रूप में नियुक्त किया गया है, जिसने एक नया विवाद उत्पन्न कर दिया है। विपक्षी दलों का मानना है कि आठ बार के सांसद कोडिकनिल सुरेश को इस पद पर नियुक्त किया जाना चाहिए था। विपक्ष इस नियुक्ति को एक अन्याय और दलित सांसद सुरेश की उपेक्षा के रूप में देख रहा है।
प्रोटेम स्पीकर की भूमिका
भर्तृहरि महताब, प्रोटेम स्पीकर के रूप में सबसे पहले शपथ लेंगे और उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिमंडल को शपथ ग्रहण कराएंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महताब की सहायता के लिए वरिष्ठ सांसदों की एक पैनल नियुक्त की है, जिसमें सुरेश, डीएमके सांसद टी.आर. बालू, तृणमूल कांग्रेस सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय और भाजपा के नेताओं राधा मोहन सिंह तथा फग्गन सिंह कुलस्ते शामिल हैं।
स्पीकर के चुनाव की तैयारी
विपक्ष, विशेष रूप से इंडिया ब्लॉक, सुरेश और दो अन्य सांसदों को दिए गए रोल को शायद अस्वीकार कर सकता है। नए स्पीकर का चुनाव 26 जून को निर्धारित है। भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए एक सहमति उम्मीदवार की तलाश में है, जबकि विपक्षी दलों का कहना है कि वे सहमति के लिए तैयार हैं लेकिन डिप्टी स्पीकर का पद भी चाहिए। इस बीच, कुछ कांग्रेसी नेता इस मौके का राजनीतिक फायदा उठाने के लिए सुरेश को ही स्पीकर के पद के लिए मैदान में उतारने का प्रस्ताव कर रहे हैं।
शपथ ग्रहण समारोह और राजनीतिक संदेश
इस सत्र के दौरान, शपथ ग्रहण समारोह खासा महत्त्वपूर्ण है। यह समारोह नए सांसदों के लिए अपने कर्तव्यों की शपथ लेने का मौका है। वहीं, विपक्षी दल इस मंच का उपयोग अपने राजनीतिक संदेश को स्पष्ट करने के लिए करेंगे। बाधाएं साफ हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि विभिन्न दल कैसे इस सत्र का मूल उद्देश्य प्राप्त करते हैं और अपने मुद्दों को उठाते हैं।
विवाद और भविष्य
कुल मिलाकर, संसद का पहला सत्र नीतिगत चर्चाओं और राजनीतिक विवादों का मंच बनता जा रहा है। प्रतिनिधियों के सामने कई चुनौतियां हैं और ये सत्र देश की राजनीति पर अपना प्रभाव अवश्य दिखाएगा। जनता की निगाहें अब इस ओर हैं कि यह सत्र कैसे आगे बढ़ता है और देश की राजनीति को नई दिशा देने में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
bhargav moparthi
मैं भारतीय समाचारों का एक अनुभवी लेखक और विश्लेषक हूं। मैं उदयपुर में रहता हूँ और वर्तमान में एक प्रसिद्ध समाचार पत्रिका के लिए कार्यरत हूं। मेरा विशेष क्षेत्र राजनीतिक और सामाजिक मुद्दे हैं। मैं समाचार विश्लेषण प्रदान करने में माहिर हूँ और मुझे नई चुनौतियों का सामना करने में आनंद आता है।
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