गैंबीर-अगरकर ने किया रोहित-कोहली को 2027 वर्ल्ड कप से बाहर, गिल को नया ओडीआई कप्तान
bhargav moparthi
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मैं भारतीय समाचारों का एक अनुभवी लेखक और विश्लेषक हूं। मैं उदयपुर में रहता हूँ और वर्तमान में एक प्रसिद्ध समाचार पत्रिका के लिए कार्यरत हूं। मेरा विशेष क्षेत्र राजनीतिक और सामाजिक मुद्दे हैं। मैं समाचार विश्लेषण प्रदान करने में माहिर हूँ और मुझे नई चुनौतियों का सामना करने में आनंद आता है।

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3 टिप्पणि

  1. Ananth Mohan Ananth Mohan
    अक्तूबर 7, 2025 AT 05:15 पूर्वाह्न

    गैंबीर‑अगरकर का नया आदेश भारतीय टीम के दीर्घकालिक विकास को प्राथमिकता देता है। यह कदम युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर आने का अवसर प्रदान करता है। साथ ही रोहित‑कोहली और विराट‑कोहली को सीमित भूमिका में रखना अनुभव का संतुलन बनाता है। शुबमन गिल को कप्तान बनाकर टीम में नई ऊर्जा जुड़ी है। इस नीति से भविष्य में टीम की निरंतर सफलता सम्भव हो सकती है।

  2. Abhishek Agrawal Abhishek Agrawal
    अक्तूबर 16, 2025 AT 11:28 पूर्वाह्न

    क्या यह कदम वास्तव में समझदारी है?! बीसीसीआई ने कब सोचा था कि दो दशक अनुभवी खिलाड़ियों को सिर्फ एक फॉर्मेट तक सीमित कर देना बेहतर होगा?! यह निर्णय टीम की स्थिरता को खतरे में डालता है, और साथ ही युवा खिलाडियों पर अनावश्यक दबाव डालेगा, जो शायद तैयार नहीं हैं! हमें इस नीति को फिर से जाँचना चाहिए, क्योंकि केवल नाम के लिए बदलाव करना जोखिम भरा है!!!

  3. Rajnish Swaroop Azad Rajnish Swaroop Azad
    अक्तूबर 25, 2025 AT 17:42 अपराह्न

    क्रिकेट की दुनिया में परिवर्तन एक अनिवार्य सत्य है। गैंबीर‑अगरकर की योजना एक नई सिरे से शुरुआत का प्रतीक है। रोहित और कोहली को बाहर निकालना साधारण नहीं लगा। युवा ऊर्जा को मंच पर लाना टीम के लिये आवश्यक है। शुबमन गिल का नेतृत्व एक आशा की किरन है। प्रत्येक खिलाड़ी को अपनी क्षमता दिखाने का अधिकार है। लिस्ट‑ए में प्रदर्शन फॉर्म को परखता है। इस दौर में अनुभव और उत्साह का संतुलन महत्त्वपूर्ण है। राष्ट्रीय टीम को भविष्य की दिशा निर्धारित करनी चाहिए। चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता चाहिए। खिलाड़ियों को निरन्तर अवसर मिलने चाहिए। कोच‑सेलेक्टर की बातों में स्पष्टता देखी जा सकती है। भारतीय क्रिकेट का भविष्य इस पर निर्भर करेगा कि नई पीढ़ी कितनी तैयार है। बीसीसीआई को योजनाओं को ठोस बनाना होगा। अंत में केवल परिणाम ही इस कदम को सिद्ध करेंगे।

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